फरीदाबाद में 8 हजार घरों को खाली करने के नोटिस, 60 एकड़ में बसी इस कॉलोनी पर आया संकट
दिल्ली से सटे फरीदाबाद में लगभग 60 एकड़ जमीन पर बसी नेहरू कॉलोनी के करीब 8 हजार मकानों को खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है। यह नोटिस पुनर्वास विभाग के नायब तहसीलदार विजय सिंह ने दिया है। कब्जाधारियों को 15 दिन के भीतर जगह खाली करने के आदेश दिए गए हैं।

दिल्ली से सटे फरीदाबाद के एनआईटी क्षेत्र स्थित पुनर्वास विभाग की लगभग 60 एकड़ जमीन पर बसी नेहरू कॉलोनी के करीब 8 हजार मकानों को खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है। यह नोटिस पुनर्वास विभाग के नायब तहसीलदार विजय सिंह ने दिया है। कब्जाधारियों को 15 दिन के भीतर जगह खाली करने के आदेश दिए गए हैं।
प्रशासन की सख्ती के बाद शुक्रवार शाम को नेहरू कॉलोनी के लोगों ने एकत्रित होकर सैनिक कॉलोनी-मस्जिद चौक जाम कर दिया। जाम की वजह से आवाजाही करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जारी की गई सूचना में स्पष्ट किया गया है कि यह जमीन पुनर्वास विभाग की संपत्ति है, जिस पर विभिन्न लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि कब्जाधारी 15 दिन के भीतर अपना कब्जा स्वेच्छा से नहीं छोड़ते हैं, तो प्रशासन द्वारा 10 जुलाई जबरन हटाया जाएगा। सभी कब्जाधारियों को निर्देशित किया गया है कि वे तहसीलदार कार्यालय में कमरा संख्या 607 व 608 लघु सचिवालय में उपस्थित होकर कब्जा सरेंडर करें। नायब तहसीलदार ने कहा कि यह जमीन सरकार की संपत्ति है और इस पर अवैध कब्जा न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि यह विकास कार्यों में बाधा भी उत्पन्न कर रहा है।
कब्जाधारियों को पहले भी मौखिक रूप से कई बार चेताया गया था, लेकिन कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिलने के चलते अब कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। प्रशासन ने संकेत दिया है कि विरोध हुआ तो पुलिस बल की मदद से कार्रवाई की जाएगी। यह कदम शहर में सरकारी जमीनों पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कॉलोनी के लोगों ने प्रदर्शन किया
नेहरू कॉलोनी के लोगों ने एकत्रित होकर सैनिक कॉलोनी मस्जिद रोड जाम कर दिया। लोगों का कहना था कि वह लंबे समय से यहां रह रहे हैं। इन्हें हटाने से पूर्व सरकार को रहने की व्यवस्था करनी होगी। यदि उन्हें इस से उजाड़ दिया जाएगा तो वह बच्चों, बुजुर्गों सहित सड़कों पर आ जाएंगे। इस तरह की कार्रवाई असंवैधानिक है। सैनिक कॉलोनी मस्जिद चौक करीब एक घंटे तक जाम रहा। इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस के काफी समझाने के बाद लोगों को गुस्सा शांत हुआ। इसके बाद यातायात बहाल हो सका।