वृद्ध आश्रम की जांच शुरू, दो बुजुर्गों को दनकौर भेजा
नोएडा के सेक्टर-55 स्थित आनंद निकेतन वृद्ध सेवा आश्रम में अव्यवस्था के मामले में शुक्रवार से जांच शुरू हो गई। तीन बुजुर्गों को दनकौर स्थित जन कल्याण परिषद के आश्रम में भेजा गया, लेकिन एक बुजुर्ग को...

नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। सेक्टर-55 में जनकल्याण ट्रस्ट की ओर से संचालित आनंद निकेतन वृद्ध सेवा आश्रम में अव्यवस्था मिलने की जांच शुक्रवार से शुरू हो गई। यहां से तीन बुजुर्गों को दनकौर स्थित जन कल्याण परिषद के आश्रम में भेज दिया गया। हालांकि, परिजनों के विरोध के चलते एक बुजुर्ग को वापस लाना पड़ा। मामला संज्ञान में आने के बाद शुक्रवार को समाज कल्याण विभाग की पर्यवेक्षक नित्या द्विवेदी सेक्टर-55 स्थित आश्रम पहुंचीं। उन्होंने बताया कि सी ब्लॉक का आनंद निकेतन वृद्ध सेवा आश्रम 1994 से अवैध तरीके से चल रहा है। इस आश्रम के संचालन के संबंध में समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को न तो जानकारी है और न ही इस संबंध में विभाग के पास कोई दस्तावेज है।
उन्होंने जब आश्रम के कर्मचारियों से दस्तावेज मांगे तो वे आनाकानी करते दिखे। सख्ती दिखाने पर स्टाफ की ओर से दस्तावेज मुहैया कराया गया। ट्रस्टी से पांच दिन में जवाब मांगा समाज कल्याण विभाग ने आश्रम के ट्रस्टी को नोटिस जारी कर पांच दिन में दस्तावेज देकर अपना पक्ष रखने का अल्टीमेटम दिया गया है। उसके बाद सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी। समाज कल्याण विभाग की पर्यवेक्षक ने आगे बताया कि एक-एक करके आनंद निकेतन वृद्धाश्रम से सभी बुजुर्गों को निकाला जाएगा और उन्हें जिले के अलग-अलग हिस्से में संचालित हो रहे आश्रम में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए उनके परिजनों और अभिभावकों से संपर्क किया जाएगा। जब सब बुजुर्ग दूसरी जगह शिफ्ट कर दिए जाएंगे तो जांच के बाद आश्रम को सील करने की कार्रवाई शुरू होगी। शुक्रवार को तीन बुजुर्गों को दनकौर स्थित समाज कल्याण विभाग के जन कल्याण परिषद के आश्रम में शिफ्ट कराया गया था। हालांकि, एक को वापस भेजना पड़ा। बुजुर्ग महिला के नशे में होने की जांच होगी समाज कल्याण विभाग की पर्यवेक्षक ने यह भी बताया कि हमने किचन चेक किया। सारे रूम खुलवा के चेक किए तो उसमें से दो तीन लोग बंधे मिले थे। बाहर से लॉक लगा था। हवा पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। कई बुजुर्ग कपड़े नहीं पहने थे। निर्वस्त्र थे। एक बुजुर्ग महिला नशे में मिली थी। ऐसे में अब जांच होगी कि कहीं नशे का इंजेक्शन जानबूझकर तो नहीं दिया गया। इसकी जांच सीएमओ से कराई जाएगी। 12वीं पास नर्स कर रही देखभाल आश्रम के ही लोगों ने बताया कि उनकी देखभाल के लिए जो नर्स है, वह महज 12वीं पास है। वह ज्यादा प्रशिक्षित नहीं है। ऐसे में सही उपचार मिलने में भी परेशानी आ सकती है। वृद्धा आश्रम में 39 वृद्धजन रहते हैं। गुरुवार को आश्रम की एक बुजुर्ग को बंधक बनाने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था। राज्य महिला आयोग ने वीडियो का संज्ञान लेकर कार्रवाई की थी। वर्ष 1994 से संचालित हो रहा माना जा रहा है कि वर्ष 1994 से यह अवैध चलाया जा रहा था। वृद्धाआश्रम जन कल्याण ट्रस्ट की ओर से संचालित किया जा रहा है। 23 मार्च 1993 में ये ट्रस्ट बना और जमीन का आवंटन किया गया। मौके पर करीब 3293 वर्गमीटर जमीन आवंटित की गई। तब से इसका संचालन किया जा रहा है। सात सितंबर 2009 को इस ओल्ड ऐज होम की लीजडीड 600 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर पर की गई। सभी को रजिस्ट्रेशन कराना होगा जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में संचालित किए जा रहे सभी वृद्धाश्रम, ओल्ड ऐज केयर सेंटर, ओल्ड ऐज डे केयर सेंटर को तत्काल अपने संस्था का रजिस्ट्रेशन उत्तर प्रदेश सरकार, समाज कल्याण विभाग की ओल्ड ऐज होम संबंधी वेबसाइट https://oah.upsdc.gov.in पर कराना होगा। यदि भविष्य में किसी भी संस्था की जांच में यह पाया जाता है कि संस्था द्वारा उपरोक्त वेबसाइट पर संस्था का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। माना जाएगा कि संस्था अवैध तरीके से संचालित की जा रही है।
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