थायराइड का महिलाओं में अधिक जोखिम
ग्रेटर नोएडा। थायराइड से बचाव के लिए फोर्टिस अस्पताल में शिविर आयोजित हुआ। डायरेक्टर

ग्रेटर नोएडा। थायराइड से बचाव के लिए फोर्टिस अस्पताल में शिविर आयोजित हुआ। डायरेक्टर इंटरनल मेडिसिन डॉ. प्रमिला रामनिस बैथा ने बताया कि थायराइड रोगों के प्रमुख कारणों में ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (जैसे हाशिमोटो रोग या ग्रेव्स डिजीज), आयोडीन की कमी, आनुवंशिकी और कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स शामिल हैं। लक्षणों में वजन का अचानक बढ़ना या घटना, थकान और शरीर में सूजन, बाल झड़ना, त्वचा में रूखापन या अत्यधिक पसीना आना, खून की कमी (एनीमिया), मासिक धर्म-सम्बंधी अनियमितताएं, हाथ पैरों में कंपन, कब्ज या दस्त और गले के सामने गांठ जैसी समस्याएं आती है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में थायराइड की समस्याएं अधिक होती हैं, क्योंकि उनमें हार्मोनल उतार-चढ़ाव (जैसे गर्भावस्था, मेनोपॉज) और ऑटोइम्यून रोगों का खतरा अधिक होता है।
उन्होंने बचाव के लिए आयोडीन युक्त आहार को बढ़ावा देने और महिलाओं व जोखिम वाले समूह की नियमित जांच पर जोर दिया। ---
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