बुरी ताकतें देश को भाषाई आधार पर बांटना चाहती हैं : धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि देश के विकास के लिए सावधानी से कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने राजनीतिक संवाद बढ़ाने और राजनीतिक तापमान कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। धनखड़ ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के...

नई दिल्ली, एजेंसी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि देश के विकास के लिए सावधानी से कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, कुछ ताकतें देश को भाषा सहित विभिन्न मुद्दों पर विभाजित करना चाहती हैं। उन्होंने राजनीतिक दलों के बीच संवाद बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि राजनीतिक तापमान कम करने की आवश्यकता है। भाजपा नेता राम माधव की पुस्तक 'द न्यू वर्ल्ड 21 सेंचुरी ग्लोबल ऑर्डर एंड इंडिया' के विमोचन के अवसर पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारतीय बलों ने नागरिकों को नहीं छुआ और केवल आतंकवादी ढांचे पर हमला किया।
उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी देश भारत जैसी भाषाई समृद्धि का दावा नहीं कर सकता। धनखड़ ने कहा, उनका दृढ़ विश्वास है कि भारत के अंदर कोई दुश्मन नहीं है, बल्कि बाहर दुश्मन हैं। कार्यक्रम में पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु और मनीष तिवारी भी मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।