ईद-उल-अजहा की नमाज के दौरान महाराष्ट्र के दुर्गाडी किले में तनाव
--पुलिस ने कई शिवसैनिकों को हिरासत में लिया --किले में दुर्गा मंदिर को अस्थाई रूप

ठाणे, एजेंसी। ईद-उल अजहा की नमाज के कारण दुर्गाडी किले में स्थित दुर्गा मंदिर को अस्थाई रूप से बंद करने के फैसले के खिलाफ शिवसैनिकों ने शनिवार को जमकर प्रदर्शन किया। दरअसल, ईद-उल-अजहा के मौके पर इस किले के पास नमाज अदा की जाती है और मंदिर को अस्थाई रूप से बंद कर दिया जाता है। शिवसेना और शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ता शनिवार को दुर्गाडी किले के पास पहुंचे और मंदिर में पूजा की अनुमति देने की मांग करने लगे। पुलिस ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों समूह शिवाजी चौक पर एकत्र हुए और दुर्गाडी किले की मुक्ति की मांग करते हुए नारे लगाए।
पुलिस ने एहतियातन लाल चौकी और दुर्गाडी किले पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया और सड़कों पर अवरोधक भी लगाए। हालांकि, दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स पर चढ़कर किले की ओर बढ़ने की कोशिश की। पुलिस अधिकारी ने कहा कि घेराबंदी तोड़ने की बार-बार कोशिश की गई। शिवसैनिकों ने बैरिकेड हटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने दृढ़ता से विरोध किया। किले में जाने से मना किए जाने पर प्रदर्शनकारियों ने लाल चौकी पर आरती की। अधिकारी ने कहा कि जब स्थिति बिगड़ने लगी तो दोनों गुटों के कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। उन्होंने कहा कि किले को सील कर दिया गया है और शनिवार सुबह से वाहनों की आवाजाही को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी को भी धार्मिक गतिविधि को राजनीतिक टकराव में बदलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। किले में नमाज अदा करने को लेकर हिंदू और मुसलमानों के बीच विवाद सालों से है।
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