म्यूचुअल फंड संपत्तियां 23 प्रतिशत बढ़ीं
वित्त वर्ष 2024-25 में म्यूचुअल फंड परिसंपत्तियों का आकार 23 प्रतिशत बढ़कर 65.74 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस वृद्धि का कारण इक्विटी और ऋण बाजारों में तेजी, मजबूत शुद्ध प्रवाह और निवेश के बाजार...

नई दिल्ली, एजेंसी। म्यूचुअल फंड परिसंपत्तियों का आकार वित्त वर्ष 2024-25 में सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़कर 65.74 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। उद्योग निकाय एम्फी ने सोमवार को यह जानकारी दी। वित्त वर्ष 2023-24 में म्यूचुअल फंड उद्योग के प्रबंधन-अधीन परिसंपत्तियां 53.40 लाख करोड़ रुपये थीं। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, आलोच्य वित्त वर्ष में इक्विटी एवं ऋण बाजारों में तेजी के बीच मजबूत शुद्ध प्रवाह और निवेश के बाजार मूल्य में वृद्धि से होने वाले लाभ के कारण एयूएम का आकार बढ़ा है। उद्योग निकाय ने एयूएम में वृद्धि का श्रेय वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 8.15 लाख करोड़ रुपये तक के शुद्ध प्रवाह को भी दिया है।
परिसंपत्ति आधार में तेज उछाल निवेशकों, म्यूचुअल फंड कंपनियों की बढ़ती संख्या में भी परिलक्षित हुआ। पोर्टफोलियो की संख्या 23.45 करोड़ के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गई और निवेशक आधार भी लगभग 5.67 करोड़ हो गया। पिछले वित्त वर्ष में इक्विटी-उन्मुख योजनाओं का फोलियो सालाना आधार पर 33.4 प्रतिशत बढ़कर 16.38 करोड़ हो गया। यह योजना 70 प्रतिशत के साथ फोलियो का सबसे बड़ा हिस्सा बनी रही। इसके साथ हाइब्रिड योजनाओं के फोलियो में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 1.56 करोड़ हो गए, जबकि इंडेक्स फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) सहित अन्य योजनाएं 48.3 प्रतिशत बढ़कर 4.15 करोड़ हो गईं। इसके विपरीत, ऋण-उन्मुख योजना का फोलियो तीन प्रतिशत घटकर 69.5 लाख रह गया। महिलाओं की भागीदारी 26 फीसदी तक पहुंची मार्च, 2025 तक म्यूचुअल फंड उद्योग में कुल 5.34 करोड़ निवेशक थे जिनमें से 26 प्रतिशत यानी 1.38 करोड़ महिलाएं थीं। यह मार्च, 2024 की तुलना में 24.2 प्रतिशत अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक, साक्षरता दर में वृद्धि और कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी उनके आर्थिक योगदान को बढ़ाने में मददगार रही है। इस वजह से महिलाएं अब एमएफ निवेशक आधार में एक प्रमुख भागीदार के रूप में उभर रही हैं। व्यवस्थित निवेश योजनाएं (एसआईपी) में वार्षिक योगदान वित्त वर्ष 2024-25 में 45.24 प्रतिशत बढ़कर 2.89 लाख करोड़ रुपये हो गया। एमटीएम लाभ के साथ इस पर्याप्त वृद्धि ने एसआईपी परिसंपत्तियों को 24.6 प्रतिशत बढ़ाकर 13.35 लाख करोड़ रुपये कर दिया, जिससे समग्र म्यूचुअल फंड उद्योग के एयूएम में इसका हिस्सा 20.31 प्रतिशत हो गया।
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