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अपडेट 2 ::: रतन टाटा की वसीयत पर सवाल उठानेवाले मोहिनी मोहन दत्ता ने मानी शर्तें

मोहिनी मोहन दत्ता, जो रतन टाटा की वसीयत में एकमात्र गैर-पारिवारिक व्यक्ति हैं, को 588 करोड़ रुपये की संपत्ति मिलने की पुष्टि हुई है। उन्होंने पहले संपत्ति के मूल्य पर सवाल उठाया था, लेकिन अब उन्होंने...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 20 May 2025 01:23 AM
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अपडेट 2 ::: रतन टाटा की वसीयत पर सवाल उठानेवाले मोहिनी मोहन दत्ता ने मानी शर्तें

एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहिनी मोहन दत्ता, इतनी बड़ी संपत्ति पाने वाली एकमात्र गैर-पारिवारिक व्यक्ति हैं, तथा रतन टाटा की शेष संपत्ति का एक तिहाई हिस्सा पाने की हकदार हैं। - बारीडीह के उद्यमी को वसीयत के तहत मिलेंगे 588 करोड़ रुपये - 60 वर्षों तक रतन टाटा के नजदीक रहे थे मोहिनी मोहन दत्ता जमशेदपुर, एजेंसियां। दिग्गज उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा की वसीयत एक बार फिर चर्चा में है। वसीयत में ताज होटल के पूर्व डायरेक्टर तथा जमशेदपुर के बारीडीह निवासी 77 वर्षीय उद्यमी मोहिनी मोहन दत्ता का नाम सामने आने से सभी हैरान रह गए थे।

लगभग 60 वर्षों तक रतन टाटा के निकट रहे दत्ता इकलौते व्यक्ति हैं, जिन्होंने वसीयत पर सवाल उठाए थे। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब उन्होंने वसीयत की शर्तें मान ली हैं, जिसके तहत उन्हें 588 करोड़ रुपये की संपत्ति सौंपी जाएगी। इसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रोबेट की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। कौन हैं मोहिनी मोहन दत्ता? रतन टाटा की वसीयत में मोहिनी मोहन दत्ता को 588 करोड़ रुपये की संपत्ति सौंपी गई है। शुरू में उन्होंने संपत्ति के मूल्य को लेकर असंतोष जताया था, लेकिन अब वे सहमत हो गए हैं। दत्ता जमशेदपुर के प्रतिष्ठित उद्यमी हैं। उनकी कंपनी स्टैलियन ट्रैवल एजेंसी की टाटा समूह के साथ साझेदारी रही, जिसमें 80 प्रतिशत हिस्सेदारी दत्ता की थी और 20 प्रतिशत टाटा इंडस्ट्रीज की। 2013 में यह कंपनी ताज ग्रुप की सहायक ताज सर्विसेज में विलीन हो गई थी, जिसे बाद में थॉमस कुक (इंडिया) को बेच दिया गया। दत्ता की बेटी भी ताज होटल्स में कार्य कर चुकी हैं। रतन टाटा से उनकी पहली मुलाकात टेल्को स्थित डीलर्स हॉस्टल, जमशेदपुर में हुई थी, जब टाटा 26 और दत्ता लगभग 15-16 वर्ष के थे। इसके बाद रतन टाटा ने उन्हें मुंबई बुला लिया और यह मित्रता जीवन भर बनी रही। दिसंबर 2024 में रतन टाटा की जयंती समारोह में जब टाटा के करीबी सहयोगी मौजूद थे, वहां दत्ता भी आमंत्रित थे। रतन टाटा की वसीयत में अन्य नाम भी शामिल मोहिनी मोहन दत्ता के अलावा रतन टाटा की वसीयत में उनका बड़ा हिस्सा उनके भाई जिमी नवल टाटा, सौतेली बहनें शिरीन जेजीभॉय और डीना जेजीभॉय, एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट शांतनु नायडू, उनके पालतू कुत्ते और रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन तथा रतन टाटा एंडोमेंट ट्रस्ट के नाम किया गया है।

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