अपडेट 2 :: ईरान हमला :: कतर में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान ने छह मिसाइलें दागीं
- कतर में 10 हजार अमेरिकी सैनिक मौजूद - मध्य-पूर्व का सबसे बड़ा अमेरिकी अड्डा

- राजधानी दोहा में कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं - कतर ने कहा, हमले में कोई हताहत नहीं दोहा/इस्तांबुल/तेल अवीव, एजेंसी। राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा परमाणु स्थल पर बमबारी करने के जवाब में ईरान ने सोमवार को मध्य-पूर्व के देश कतर में अमेरिकी ठिकानों पर छह मिसाइलें दागीं। इसके अलावा, इराक में भी एक मिसाइल दागी गई। सोमवार को मीडिया रिपोर्ट ने इजरायली अधिकारी का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने कतर में अमेरिका के अल-उदीद एयरबेस पर हमले किए। यहां 10 हजार से अधिक अमेरिकी सैनिकों के साथ 100 से अधिक विमान, रणनीतिक बमवर्षक और टैंकर मौजूद हैं।
इससे पहले, कतर की राजधानी दोहा में कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गई थीं। इन जगहों पर अलर्ट कुवैत और बहरीन में अमेरिकी ठिकानों ने हवाई हमले के सायरन बजाए। वहीं उन्होंने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया। साथ ही इराक के ऐन अल-असद एयरबेस में वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय की गई। सीरिया के पूर्वोत्तर में अमेरिकी सैन्य बेस कसरक को अलर्ट पर रखा गया है। कतर ने हमले की निंदा की कतर के रक्षा मंत्री ने अमेरिकी सैन्य अड्डे पर ईरानी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि उनकी वायु रक्षा ने अल उदीद एयरबेस पर लक्षित मिसाइलों को रोक दिया है। उन्होंने कहा कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। हम अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत, सीधे जवाब देने का अधिकार रखा है। वहीं कतर के विदेश मंत्री के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि बातचीत की मेज पर गंभीर वापसी के लिए कूटनीतिक प्रयासों पर जोर देगा। इससे पहले, कतर के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर अस्थायी रूप से हवाई क्षेत्र को बंद करने की सूचना दी थी। अमेरिका के साथ हिसाब बराबर किया : ईरान इस हमले के बाद ईरान के शीर्ष सुरक्षा निकाय ने बयान जारी कर कहा कि बेस को इसलिए निशाना बनाया, क्योंकि यह आबादी वाले क्षेत्रों से बाहर था। ईरान ने कहा कि कतर में अल उदीद एयर बेस पर उसके मिसाइल हमले की संख्या अमेरिका द्वारा गिराए गए बमों की संख्या के बराबर है। इस कार्रवाई से कतर को खतरा नहीं है। हमारा मकसद सिर्फ अमेरिकी बेस पर हमला कर तबाह करना था और हमने अमेरिका के साथ हिसाब बराबर किया। व्हाइट हाउस कर रहा निगरानी रिपोर्ट के मुताबिक, हमले की घटना के बाद व्हाइट हाउस और रक्षा विभाग अल उदीद एयरबेस पर संभावित खतरों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर जारी फुटेज में कतर के ऊपर हवाई सुरक्षा सक्रिय दिखाई दे रही है। इसमें दिखाया गया है कि रात के आसमान में कई मिसाइलों को रोका जा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों ने दी थी चेतावनी अमेरिकी अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में ईरान के हमले की चेतावनी दी थी। दो अधिकारियों ने कहा था कि ईरान मध्य-पूर्व में मौजूद अमेरिकी बेस पर हमला कर सकता है। सीरिया में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मोर्टार हमला तेहरान/हसाका, एजेंसी। सीरिया के पश्चिमी हसाका प्रांत में स्थित एक अमेरिकी सैन्य अड्डे को सोमवार को मोर्टार हमले से निशाना बनाया गया। स्थानीय और सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, इस हमले के तुरंत बाद अड्डे के मुख्य प्रवेश द्वार पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस हमले में अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, हमले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा बल सतर्क हैं और पूरे क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले के पीछे ईरान समर्थित किसी आतंकी गुट का हाथ हो सकता है। उल्लेखनीय है कि पिछले एक वर्ष में सीरिया में अमेरिकी सेना के ठिकानों को कई बार निशाना बनाया गया है, जिनमें ड्रोन और मिसाइल हमले भी शामिल रहे हैं।
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