नियुक्ति तिथि के आधार पर बीमा में भेदभाव बंद हो:इंटेक
नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता इंडियन नेशनल टीचर्स कांग्रेस (इंटेक) ने दिल्ली विश्वविद्यालय और

नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता इंडियन नेशनल टीचर्स कांग्रेस (इंटेक) ने दिल्ली विश्वविद्यालय और इसके अधीनस्थ कॉलेजों में अक्टूबर 2013 के बाद नियुक्त शिक्षकों को समूह बीमा योजना (जीआईएस) से वंचित किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई है। इंटेक ने कहा है कि नियुक्ति की तिथि के आधार पर बीमा योजना से जुड़े लाभों में भेदभाव तुरंत खत्म किया जाए और सभी शिक्षकों को समान सुरक्षा दी जाए। इंटेक के चेयरमैन प्रो. पंकज गर्ग ने बताया कि जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की जीआईएस योजना (पॉलिसी संख्या 46796) पहले विश्वविद्यालय के शिक्षकों को कवर करती थी। लेकिन अक्टूबर 2013 के बाद नियुक्त शिक्षकों को इसका लाभ नहीं मिला, जबकि पुराने शिक्षक अब भी योजना से जुड़े हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान कई शिक्षकों की दुखद मृत्यु के बाद यह और स्पष्ट हो गया कि इस तरह की बीमा योजना कितनी जरूरी है। इंटेक का कहना है कि इस योजना में मात्र 80 रुपए के मासिक अंशदान पर 8 लाख तक का बीमा और सेवा के अंत में बचत राशि दी जाती थी। इंटेक ने मांग की है कि एलआईसी या अन्य एजेंसी से बातचीत कर यह योजना फिर से शुरू की जाए, सभी शिक्षकों को इसमें शामिल किया जाए, अंशदान की पुरानी व्यवस्था बहाल हो और बीमा राशि मौजूदा हालात के अनुसार बढ़ाई जाए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।