भारत-कनाडा जल्द करेंगे उच्चायुक्तों की नियुक्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया कनाडा यात्रा के दौरान भारत और कनाडा के बीच उच्चायुक्तों की नियुक्ति पर सहमति बनी थी। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि दोनों देश जल्द ही नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति...

- बीते दिनों प्रधानमंत्री की कनाडा यात्रा के दौरान सहमति बनी थी नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारत और कनाडा दोनों जल्द उच्चायुक्तों की नियुक्ति करेंगे। दोनों देश नये उच्चायुक्तों की नियुक्ति के लिए आवश्यक तैयारियां कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैसवाल ने गुरुवार को साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान यह जानकारी दी। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच उच्चायुक्तों की नियुक्ति पर सहमति बनी थी। दरअसल, पिछले साल तनाव के बाद दोनों देशों ने अपने-अपने उच्चायुक्तों को वापस बुला लिया था। अब बदली स्थितियों में दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की कवायद चल रही है।
अमेरिकी दूतावास द्वारा जारी नए वीजा नियमों को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय नागरिकों के वीजा आवेदनों का मूल्यांकन योग्यता के आधार पर किया जाना चाहिए। दरअसल, दूतावास ने हाल में जारी निर्देशों में वीजा आवेदकों को अपने सोशल मीडिया पहचानकर्ताओं का ब्योरा प्रदान करने की आवश्यकता बताई है। जैसवाल ने कहा कि वीजा और आव्रजन मामले किसी भी देश के संप्रभु कार्यों से संबंधित हैं। लेकिन, हमने अमेरिकी दूतावास द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को देखा है, जिसमें वीजा आवेदनों में सोशल मीडिया पहचानकर्ताओं का ब्योरा प्रदान करने को कहा गया है। हमारा मानना है कि भारतीय नागरिकों के सभी वीजा आवेदनों को योग्यता के आधार पर माना जाना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आश्वासन दिया कि भारत गतिशीलता और कांसुलर मुद्दों पर अमेरिका के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि हम भारतीय नागरिकों के वैध हितों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी गतिशीलता मुद्दों और कांसुलर मुद्दों पर अमेरिकी पक्ष के साथ जुड़े हुए हैं। -- ईरान से 3426 भारतीयों को लाया गया एक प्रश्न के उत्तर में जैसवाल ने कहा कि ऑपरेशन सिंधु के तहत अब तक ईरान से 3426 भारतीयों को वापस लाया गया है। जबकि इजरायल से 818 भारतीय वापस लाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ईरान में 10 हजार भारतीय रह रहे हैं। इनमें से जितने लोगों ने वापसी की इच्छा जाहिर की थी, उन्हें वापस लाया गया है। जबकि इजरायल में 40 हजार भारतीय मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि ईरान से भारतीयों के अलावा 11 ओसीआई कार्डधारकों, 9 नेपाली, कुछ श्रीलंकाई नागरिकों को भी भारत लाया गया। एक ईरानी नागरिक जो भारतीय नागरिक का जीवनसाथी है, उसे भी वापस लाया गया है। ईरान से कुल 14 उड़ानें आई हैं जो मशाद, आर्मेनिया तथा तुर्केमेनिस्तान से आई हैं। इजरायल से लाए गए लोगों को जार्डन और मिस्र के रास्ते निकाला गया है। भारत ने अपने नागरिकों को वापस लाने में मदद के लिए सहयोग करने वाले देशों का आभार प्रकट किया। उन्होंने ईरान का भी धन्यवाद दिया कि उसने भारत के लिए विशेष रूप से अपना एयरस्पेस खोला जो युद्ध के चलते बंद था।
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