अगले वर्ष भारतीय वायुसेना को मिलेंगे छह तेजस विमान : एचएएल प्रमुख
-इंजन की आपूर्ति में विलंब से परियोजना में हुई देरी नई दिल्ली, एजेंसी।

नई दिल्ली, एजेंसी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के प्रमुख डीके सुनील ने मंगलवार को कहा कि भारतीय वायुसेना को मार्च 2026 तक कम से कम छह हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस मिल जाएंगे। उन्होंने कहा है कि जीई एयरोस्पेस द्वारा इंजन की आपूर्ति में विलंब के कारण इस परियोजना में देरी हुई है। जीई एयरोस्पेस द्वारा चालू वित्त वर्ष में 12 इंजन की आपूर्ति किए जाने की उम्मीद है। इससे भारतीय वायुसेना को लड़ाकू विमानों की आपूर्ति में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि हर कंपनी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। पहले कोरोना महामारी और बाद में वरिष्ठ अभियंताओं के चले जाने के कारण इंजन की आपूर्ति में देरी हुई है।
उन्होंने कहा कि मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि आज की तारीख में छह विमान तैयार हैं और हमारी ओर से कोई कमी नहीं है। हम लगातार इन विमानों का निर्माण कर रहे हैं। 16 जेट का होगा उत्पादन एचएएल ने आने वाले वर्ष में 16 जेट के उत्पादन की योजना बनाई है, बशर्ते कि जीई एयरोस्पेस से इंजन की आपूर्ति निरंतर संभव हो सके। रक्षा मंत्रालय ने फरवरी 2021 में वायुसेना के लिए 83 तेजस एमके-1ए जेट की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया। मंत्रालय 67,000 करोड़ रुपये की लागत से 97 और एलसीए एमके-1ए खरीदने की प्रक्रिया में है।
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