दाखिला की दौड़---- डीयू ने स्नातक में दिया दो भाषाएं चुनने का विकल्प
नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक दाखिला को सरल बनाने के

नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक दाखिला को सरल बनाने के लिए कई उपाय किए हैं। डीयू के एक अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष एनटीए द्वारा प्रस्तावित विषयों की सूची में परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली विश्वविद्यालय ने अधिकांश कार्यक्रमों के लिए अपनी पात्रता शर्तों को संशोधित किया है। अधिकांश कार्यक्रमों में दोहरी पात्रता होती है, जिसमें उम्मीदवार एक भाषा तीन विषय या दो भाषाएं और दो विषय चुन सकते हैं। इनमें से सर्वश्रेष्ठ स्कोर पर विचार किया जाएगा। इसी प्रकार, बीएससी (ऑनर्स) कार्यक्रमों के लिए सीयूईटी में भाषाओं में कम से कम 30 फीसदी अंक प्राप्त करने की अनिवार्यता को हटा दिया गया है।
अब इसमें उत्तीर्ण होना जरूरी है। डीयू की डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी का कहना है कि यूजी का पहला फेज चलता रहेगा। सीयूईटी का परीक्षा परिणाम आने के बाद से डीयू दाखिला के कॉमन सीट अलोकेशन सिस्टम का दूसरा चरण शुरू होगा। उनका कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर कॉलेजों में दाखिला सीयूईटी के स्कोर्स के माध्यम से किया जाएगा। ज्ञात हो कि डीयू अपने 69 कॉलेजों के माध्यम से 79 स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश देगा। डीयू 186 बी.ए. प्रोग्रामों का संयोजन के साथ डीयू यूजी दाखिलों के लिए विश्वविद्यालय कॉलेजों में 71,624 सीटों पर दाखिला देगा। डीयू ने आसान की दाखिले की प्रक्रिया, छात्रों को मिलेगा डैशबोर्ड दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस वर्ष दाखिला प्रक्रिया को और सरल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) पोर्टल को इस तरह अनुकूलित किया गया है कि उम्मीदवारों को कटऑफ समेत सारी जरूरी जानकारी उनके पर्सनल डैशबोर्ड पर उपलब्ध हो जाएगी। अब छात्र अपने कक्षा 12वीं और 10वीं के अंकों में कोई गलती न करें, इसके लिए अंक दर्ज करते समय जांच आधारित व्यवस्था भी जोड़ी गई है। साथ ही आईएफएससी कोड, पिन कोड जैसी सूचनाओं में भी त्रुटियों से बचाव के लिए ऑटो चेकिंग सिस्टम लागू किया गया है। एक और बड़ा बदलाव यह है कि उम्मीदवार के डैशबोर्ड पर केवल वही प्रोग्राम और कॉलेज विकल्प दिखाई देंगे, जिनके लिए वह पात्र है। इससे विकल्प चुनने की प्रक्रिया अब अधिक सटीक और सुगम हो जाएगी। सामान्य टेस्ट की मैपिंग की अब आवश्यकता नहीं है केवल सीयूईटी पेपर का कक्षा 12वीं के विषयों से मिलान ही जरूरी होगा। यदि किसी छात्र को अपग्रेडेड सीट मिलती है, तो अब वह ऑटोमैटिकली स्वीकार हो जाएगी और संबंधित कॉलेज को आवेदन स्वतः भेजा जाएगा। छात्र को केवल अंतर शुल्क का भुगतान करना होगा। साथ ही, यदि कोई छात्र दाखिला वापस लेता है, तो पांच कार्यदिवस के भीतर उसकी फीस वापस कर दी जाएगी। अब सभी कॉलेज यह देख सकेंगे कि दूसरे कॉलेज ने किन दस्तावेजों की मांग की है, जिससे छात्रों को बार-बार दस्तावेज अपलोड नहीं करने पड़ेंगे। साथ ही, सभी पाठ्यक्रमों और श्रेणियों की रैंक और कटऑफ उम्मीदवार के डैशबोर्ड पर प्रकाशित की जाएंगी।
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