अपडेट 1 ::: अहमदाबाद विमान हादसा : हादसे के बाद हर ओर बिखरी थीं लाशें
अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लोग सदमे में हैं। कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है। एक डॉक्टर दंपति और उनके तीन बच्चे भी इस विमान में सवार थे।...

(अपडेट ::: डॉक्टर दंपति ने विमान से पोस्ट की फोटो व यात्रा स्थगित करने के फैसले ने बचाई जान का अपडेट जोड़ते हुए) ------------------------------------- -अस्पताल के बाहर नम आंखों से अपनों को ढूंढते नजर आए बेसुध लोग अहमदाबाद, एजेंसी अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान के गुरुवार दोपहर क्रैश होने के बाद का मंजर देख हर कोई कांप उठा। लोग पहले तो समझ ही नहीं पाए कि अचानक क्या हो गया। कुछ देर बाद जब धूल व धुएं का गुबार कुछ कम हुआ तो हर तरफ लाशें बिखरी थीं। कई लाशों के अंग भी क्षत-विक्षत हो चुके थे।
कुछ पूरी तरह तो कुछ आंशिक रूप से जल गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद लोग धमाके की आवाज सुन अपने कार्यालयों से बाहर भागते नजर आए। इलाके में देर रात तक हर तरफ पुलिस, एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियों के सायरन सुनाई देते रहे। लोग अस्पताल के बाहर अपनों का हाल लेने के लिए बेसुध भागते नजर आ रहे थे। हादसे से पहले काफी नीचे उड़ रहा था विमान प्रत्यक्षदर्शी हरेश शाह ने बताया कि विमान क्रैश होने से पहले काफी नीचे उड़ रहा था। जैसे ही हादसा हुआ तो जोरदार धमाके की आवाज हुई और विमान के साथ ही हॉस्टल की इमारत में भी आग लग गई। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी उस समय अपने ऑफिस में थे जब हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि धमाके की आवाज सुन वह भाग कर ऑफिस से बाहर आए तो देखा हर तरफ धूल और धुएं का गुबार है। बेटी से सुबह बात की, अब उसका पता नहीं नागपुर के रहने वाले मनीष कुमार की बेटी यशा मोधा अपने डेढ़ साल के बेटे रुद्र व सास के साथ ही उस विमान में सफर कर रही थी। हादसे के बाद से मनीष अपनी बेटी व उसके परिजनों को लेकर परेशान हैं। उन्होंने बताया कि सुबह 9 बजे उनकी यशा से बात हुई थी लेकिन कुछ घंटों बाद यह हादसा हो गया और अब उन्हें उसकी कोई खबर नहीं मिल रही है। राजस्थान के मार्बल कारोबारी के बेटा व बेटी भी हादसे का शिकार एयर इंडिया के विमान में राजस्थान के भी पांच लोग सवार थे जिनमें से चार उदयपुर से थे। हादसे से उदयपुर के मार्बल कारोबारी संजीव मोदी पर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनका बेटा शुभ मोदी व बेटी शगुन दोनों ही इस विमान से लंदन घूमने जा रहे थे। परिवार हादसे की खबर के बाद से सदमे में हैं। वहीं उदयपुर के ही वरदीचंद मिनारिया और प्रकाश मिनारिया व बाड़मेर जिले की खुश्बू राजपुरोहित भी इस दुर्भाग्यपूर्ण यात्रा में शामिल थे। हादसे से पहले डॉक्टर दंपति ने विमान में बैठने की तस्वीर साझा की थी हादसे का शिकार हुए विमान में राजस्थान का एक डॉक्टर दंपति भी अपने तीन बच्चों के साथ यात्रा पर था। एक निजी अस्पताल में सेवारत डॉ. काउमी व्यास अपने पति डॉ. प्रतीक जोशी, जुड़वां बेटों प्रद्युत जोशी व नकुल जोशी और बेटी मिराया जोशी के साथ इस विमान में सवार थे। डॉ. काउमी ने विमान में बैठने के बाद पूरे परिवार की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर साझा की। अपनों की खबर लेने बेसुध अस्पताल पहुंचे परिजन एयर इंडिया विमान क्रैश होने की खबर मिलते ही यात्रियों के परिजन अस्पताल के बाहर बेसुध से नजर आए। हर कोई जल्दी से जल्दी अपने प्रियजनों के संबंध में जानकारी लेना चाहता था। हर किसी का चेहरा देखकर समझा जा सकता था कि वो किसी अनिष्ट की आशंका से भयभीत हैं लेकिन फिर भी अंदर से प्रार्थना कर रहे हैं कि कोई चमत्कार हो गया हो और उनके प्रियजन सुरक्षित हों। अस्पताल के बाहर कोई अपने बेटे, कोई भाभी तो कोई बहन या भाई की खबर लेने के लिए बेचैन नजर आया। लोगों की आंखों से आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। ट्रैफिक जाम ने बचा ली जान एयर इंडिया का जो विमान हादसे का शिकार हुआ, उससे भूमि चौहान नाम की युवती को भी लंदन जाना था लेकिन ट्रैफिक जाम में फंसने से वह समय से बोर्डिंग नहीं कर पाईं, जिससे उनकी फ्लाइट छूट गई। भूमि ने बाद में हादसे का पता चलने पर ट्रैफिक जाम का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यदि आज वह जाम में न फंसती तो वो आज जिंदा न होती। यात्रा न करने के फैसले ने बचाई जान अहमदाबाद के रहने वाले सावजीभाई टिम्बादिया ने भी लंदन जाने के लिए इसी फ्लाइट में टिकट बुक कराए थे लेकिन फिर चार दिन पहले उन्होंने अपनी यात्रा टालने का फैसला लिया। आज हादसे के बाद टिम्बादिया भगवान का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे। उन्होंने कहा कि फैसला लेते समय उन्हें अंदाजा नहीं था कि यह निर्णय उनकी जान बचा लेगा। उन्हें एयर इंडिया की इसी फ्लाइट से लंदन में रह रहे अपने बेटे के पास जाना था। डीएनए जांच से होगी मृतकों की पहचान एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान के लिए अहमदाबाद सरकारी अस्पताल द्वारा डीएनए जांच की व्यवस्था की गई है। हादसे में शवों की पहचान करना बेहद मुश्किल है। ऐसे में उनकी पहचान के लिए डीएनए जांच की मदद ली जाएगी। सरकार ने मृतकों के परिजनों से डीएनए सैंपल देने की अपील की है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।