हम कोई भगवान नहीं कि हमारा इंद्र देव पर नियंत्रण है, स्थायी समिति की बैठक में नगर निगम आयुक्त
दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति की ढाई वर्ष बाद शुक्रवार को बैठक हुई। बैठक में 102 प्रस्ताव पेश किए गए, जिसमें से 25 प्रस्ताव पारित किए गए। इस दौरान निगमायुक्त ने साफ-सफाई से जुड़े मुद्दों पर अपना लेखा-जोखा रखा।

दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति की ढाई वर्ष बाद शुक्रवार को बैठक हुई। बैठक में 102 प्रस्ताव पेश किए गए, जिसमें से 25 प्रस्ताव पारित किए गए। इस दौरान निगमायुक्त ने साफ-सफाई से जुड़े मुद्दों पर अपना लेखा-जोखा रखा।
दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति की ढाई वर्ष बाद शुक्रवार को बैठक हुई। बैठक में पंजाबी बाग स्थित भारत दर्शन पार्क में मल्टी लेवल कार पार्किंग के निर्माण को लेकर, नरेला-बवाना में नए वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के स्थापना के संबंध में, नए कचरे से कला पर आधारित जफराबाद में टेक्नोलॉजी पार्क से जुड़े प्रस्ताव टाल गए स्थगित कर दिए गए।
बैठक में कुल 102 प्रस्तावों को प्रस्तुत किया गया। जिसमें से सिर्फ 25 प्रस्तावों को ही पास किया गया। इनमें अधिकतम निगम के प्रशासनिक कामकाज से जुड़े प्रस्ताव शामिल रहे। इनमें डीयू के शिक्षण संस्थानों व अन्यों के इमारतों के लेआउट प्लान के प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया। निगम के अस्पतालों व अन्य विभागों और जोन में कर्मचारियों के अनुबंध को विस्तार करने से जुड़े प्रस्ताव को पास किया गया।
स्थायी समिति की अध्यक्षा सत्या शर्मा ने 3 घंटे तक चली इस बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान बैठक में दिल्ली में नालों की सफाई और जलभराव को लेकर शॉर्ट नोटिस लाया गया। जिस पर स्थायी समिति के सभी 18 सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्या को भी अधिकारियों को अवगत कराया।
नालों से एक लाख 56 हजार मीट्रिक टन गाद निकाली गई : आयुक्त
बैठक के अंत से पहले निगम आयुक्त अश्वनी कुमार ने नालों की साफ सफाई को लेकर निगम के कामकाज का ब्योरा दिया। कुमार ने कहा कि पिछले साल की तुलना में चार फुट से बड़े नालों में निर्धारित लक्ष्य से निगम ने 26 फीसदी ज्यादा नालों की सफाई की है। पिछले साल एक लाख मीट्रिक टन गाद उठाई गई। इस वर्ष एक लाख 56 हजार मीट्रिक टन चार फीट बड़े नालों से गाद निकाली गई। चार फीट से छोटे नालों का पूरे वर्ष का लक्ष्य 40 हजार मीट्रिक टन है। इसमें निगम ने इस वर्ष अब तक 37 हजार मीट्रिक टन नालों की सफाई कर दी है। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष अच्छा काम हुआ।
इंद्र देव पर हमारा नियंत्रण नहीं
निगम आयुक्त अश्वनी कुमार ने कहा कि दूसरी बात ये है कि क्या जलभराव नहीं होगा। जलभराव और नालों से गाद की समस्या दोनों अलग-अलग हैं। हम कोई भगवान नहीं है कि हमारा इंद्र पर नियंत्रण है कि बारिश नहीं होगी या बारिश कम होगी या तेज बारिश नहीं होगी। जहां निचले निकाले हैं वहां जलभराव होगा, लेकिन पिछले साल की तुलना में हमारी अपेक्षा है कि हम बेहतर काम करेंगे। कुछ ऐसे बिंदु हैं जैसे किशनगंज, मुंडका है जहां जलभराव की समस्या से निपटने के लिए पंप की व्यवस्था की गई है। नए पंप खरीदें हैं। सदन के सभी पार्षदों से निवेदन है कि जहां कहीं उन्हें लगता है कि हमें सुधार की जरूरत है, वहां पूरी कोशिश करेंगे।
विभागों के प्रमुख और जोन के उपायुक्त नहीं पहुंचे
ढाई वर्ष बाद हुई स्थायी समिति की बैठक में स्थायी समिति की अध्यक्षा, निगम सचिव के साथ निगम आयुक्त और दो अतिरिक्त आयुक्त व निगम मुख्यालय में कार्यरत कुछ वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। लेकिन बैठक में सभी विभागों के प्रमुख और सभी 12 जोन के उपायुक्त अनुपस्थित रहे। इसे लेकर स्थायी समिति की अध्यक्षा ने बैठक के अंत में निर्देश दिया कि अगली बैठक में सभी विभाग प्रमुख और 12 जोन के उपायुक्त अवश्य शामिल रहें।
बैठक में मीडिया के प्रवेश न देने पर नेता विपक्ष ने घेरा
बैठक में मीडिया को प्रवेश नहीं दिया गया। इस पर नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने सत्ता पक्ष को घेरा। उन्होंने बैठक के दौरान भी यह मुद्दा स्थायी समिति की अध्यक्षा के समक्ष उठाया। बैठक के बाद प्रेसवार्ता करते हुए नेता विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान हत्या दिवस मनाने वालों ने लोकतंत्र के प्रहरी रहे देश के चौथे स्तंभ के प्रतिनिधियों को बैठक में प्रवेश नहीं दिया। यह लोकतंत्र के हित में नहीं है। स्थायी समिति की बैठक में मध्य जोन से कूड़ा उठाने के लिए टेंडर के नवीनीकरण से जुड़े प्रस्ताव को एजेंडे में शामिल ही नहीं किया गया।
ये महत्वपूर्ण प्रस्ताव स्थगित कर दिए
- पंजाबी बाग में स्थित निगम के कचरे से कला पर आधारित भारत दर्शन पार्क में पर्यटकों और नागरिकों के लिए नई मल्टीलेवल कार पार्किंग बनने से जुड़ा प्रस्ताव स्थगित कर दिया गया।
- नरेला-बवाना में 15 एकड़ जमीन पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के निर्माण की परियोजना को भी प्रस्तुत स्थगित कर दिया गया। इस परियोजना में 604 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसे 2026 के अंत तक तैयार करने की योजना है। इसके बनने से हर दिन 40 मेगावाट तक बिजली का उत्पादन हो सकेगा।
- नजफगढ़ जोन, पश्चिम जोन, मध्य जोन और दक्षिण जोन में एलईडी लाइटों को बदलने से जुड़ा प्रस्ताव स्थगित कर दिया गया।
- तिमारपुर में स्थित बालक राम अस्पताल में 200 बेड का वार्ड ब्लॉक के निर्माण का प्रस्ताव स्थगित कर दिया गया।
- डाटा एंट्री ऑपरेटरों की नियुक्ति के लिए एक एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपने का प्रस्ताव।
- शाहबाद डेयरी के प्रस्तावित लेआउट प्लान में परिवर्तन से जुड़ा प्रस्ताव लाया जाएगा।
- डीएनडी फ्लाईवे के टोल प्लाजा बिंदुओं पर विज्ञापन प्रदर्शित करने से जुड़ा प्रस्ताव।
ये प्रस्ताव हुए पास
- सिविल लाइंस जोन में वजीराबाद गांव में एक नए स्कूल का निर्माण किया जाएगा। इससे जुड़ा प्रस्ताव लाया जाएगा।
- निगम के मध्य जोन में एक स्कूल में 30 कक्षाओं के कक्ष, दो स्टोर रूम, दो कंप्यूटर लैब, दो पुस्तकालय आदि का निर्माण होगा।