MCD स्टैंडिंग कमेटी की 3 घंटे चली बैठक में 102 प्रस्ताव पेश, 25 पर लगी मुहर
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की स्टैंडिंग कमेटी की ढाई साल बाद शुक्रवार को हुई पहली बैठक में 102 प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। तीन घंटे चली बैठक में सिर्फ 25 प्रस्तावों को ही पास किया गया। इनमें से अधिकतर निगम के प्रशासनिक कामकाज से जुड़े प्रस्ताव शामिल रहे।

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की स्टैंडिंग कमेटी की ढाई साल बाद शुक्रवार को हुई पहली बैठक में 102 प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। तीन घंटे चली बैठक में सिर्फ 25 प्रस्तावों को ही पास किया गया। इनमें से अधिकतर निगम के प्रशासनिक कामकाज से जुड़े प्रस्ताव शामिल रहे।
स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षा सत्या शर्मा ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में निगम आयुक्त अश्वनी कुमार ने नालों की साफ सफाई को लेकर निगम के कामकाज का ब्योरा दिया। निगम आयुक्त ने कहा कि जलभराव और नालों से गाद की समस्या दोनों अलग-अलग हैं। हम कोई भगवान नहीं है कि हमारा इंद्र पर नियंत्रण है कि बारिश नहीं होगी या बारिश कम होगी या बारिश तीव्रता वाली नहीं होगी। यहां निचले निकाले हैं वहां जलभराव होगा लेकिन पिछले साल की तुलना में हमारी अपेक्षा है कि हम बेहतर काम करेंगे और हमारी यह पूरी कोशिश रहेगी।
विभागों के प्रमुख और जोन के उपायुक्त रहे अनुपस्थित : स्थायी समिति की बैठक में सभी विभागों के प्रमुख और सभी 12 जोन के उपायुक्त अनुपस्थित रहे। इसे लेकर स्थायी समिति की अध्यक्षा ने बैठक के अंत में निर्देश दिया कि अगली बैठक में सभी विभाग प्रमुख और 12 जोन के उपायुक्त अवश्य शामिल रहें।
कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव स्थगित : बैठक में पंजाबी बाग में स्थित निगम के कचरे से कला पर आधारित भारत दर्शन पार्क में पर्यटकों और नागरिकों के लिए नई मल्टीलेवल कार पार्किंग बनने से जुड़ा प्रस्ताव सहित कई अहम प्रस्तावों को स्थगित कर दिया गया। वहीं, सिविल लाइंस जोन में वजीराबाद गांव में एक नए स्कूल का निर्माण करने और निगम के मध्य जोन में एक स्कूल में 30 कक्षाओं के कमरे, दो स्टोर रूम व अन्य निर्माण सहित कुछ प्रस्तावाें पर समिति ने मुहर लगा दी।
मीडिया को प्रवेश न देने पर नेता विपक्ष ने घेरा
बैठक में मीडिया को प्रवेश नहीं दिया गया। इस पर नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने सत्ता पक्ष को घेरा। उन्होंने बैठक के दौरान भी यह मुद्दा स्थायी समिति की अध्यक्षा के समक्ष उठाया। बैठक के बाद प्रेसवार्ता करते हुए नेता विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान हत्या दिवस मनाने वालों ने लोकतंत्र के प्रहरी रहे देश के चौथे स्तंभ के प्रतिनिधियों को बैठक में प्रवेश नहीं दिया। यह लोकतंत्र के हित में नहीं है।
‘सवाल उठाना अनैतिक’
निगम की स्थाई समिति के गठन को लेकर आप और भाजपा के बीच सियासी पारा बढ़ गया है। भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने इसे लेकर पूर्व की आप सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आप सरकार ने ढाई वर्ष तक दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति का गठन नहीं होने दिया था। इससे निगम के विकास कार्य ठप कर दिए गए थे। आप नेता अंकुश नारंग का बैठक की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाना अनैतिक है।