जीयू के नए परिसर में नए सत्र से भी नहीं लगेगी कक्षाएं
-सेक्टर-87 में 48 एकड़ पर स्थाई परिसर का निर्माण हो रहा -वर्ष 2018 से जीयू की नई बिल्डिंग का निर्माण नहीं सका पूरा -दो हजार करोड़ रुपये का बजट, 400 कर

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। सेक्टर-87 के कांकरोला गांव में गुरुग्राम विश्वविद्यालय (जीयू) के नए परिसर में नए सत्र से कक्षाएं नहीं सकेंगी। सितंबर 2024 से कई कोर्स कक्षाएं शुरू होने का दावा किया गया था। लेकिन बिल्डिंग निर्माण में देरी के कारण कक्षाएं भी शुरू करने में अभी और समय का इंतजार करना पड़ेगा। जबकि पिछले छह महीने से जीयू में कुलपति से लेकर रजिस्ट्रार पद खाली पड़ा है। चार पाठ्यक्रम कक्षाएं संचालित होते हैं: वर्ष 2014 में जीयू के नए परिसर की घोषणा की थी। घोषणा के चार साल बाद वर्ष 2018 में जीयू परिसर स्थापित करने की समय सीमा तय की गई थी।
लेकिन निर्माण में देरी होने के कारण कक्षाएं नहीं लगती थी। अब 32 कमरे बनकर तैयार हो चुके हैं। कुछ कमरे पहले तैयार होने पर गुरुग्राम विश्वविद्यालय की ओर से जनवरी 2024 को कांकरोला गांव में नए परिसर का उद्घाटन किया था। अभी तक लॉ और फिजियोथेरेपी, वाणिज्य और प्रबंधन संकायों की कक्षाएं स्थानांतरित हो सकी है। बाकी निर्माण में देरी के कारण कक्षाओं से लेकर जीयू अधिकारियों के दफ्तर तक नहीं शिफ्ट हो सका है। जीयू प्रशासन ने दावा किया था कि 2024 के अंत तक विश्वविद्यालय का 80% हिस्सा नए परिसर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इसमें कुलपति आधे दिन सेक्टर-51 और आधे दिन नए परिसर में बैठेंगे। तीन सौ छात्र-छात्राओं के लिए कक्षाएं भी शुरू किए जाने थे। यह कक्षाएं विश्वविद्यालय सेक्टर-51 में राव तुला राम कॉलेज परिसर से संचालित हो रहा है। जीयू में पांच हजार छात्र शिक्षा लेते हैं: गुरुग्राम विश्वविद्यालय में यूजी से लेकर पीजी तक 90 कोर्स संचालित हो रहे है। इसमें पीजी पाठ्यक्रम में 636 सीट और स्नातक पाठ्यक्रम में 430 सीट है। इनमें पांच हजार से ज्यादा छात्र अलग-अलग कोर्स में है। इन छात्रों के लिए कक्षाओं के लिए कमरे नहीं बने सके। छात्र भी जीयू में आकर चले जाते है। पिछले सात सालों से छात्रों के लिए कमरों का अभाव है। जीयू बिल्डिंग निर्माण पर दो हजार करोड़ का बजट है: सेक्टर-87 में गुरुग्राम विश्वविद्यालय का नया परिसर का निर्माण किया जा रहा है। इसके मास्टर प्लान भगवान गणेश के आकार के जैसा तैयार किया गया है। इसमें एडमिन्सिट्रेशन ब्लॉक, ऑडिटोरियम, फैकल्टी हाउस बिल्डिंग, फार्मास्यूटिकल साइंस ब्लॉक, फिजियोथेरेपी ब्लॉक, लाइफ साइंस ब्लॉक, साइंस ब्लॉक, इंजीनियरिंग ब्लॉक, कामर्स एंड मैनेजमेंट ब्लॉक, ह्यूमिनिटी एंड साइंस ब्लॉक, लॉ ब्लॉक, यूनिवर्सिटी हेल्थ सेंटर, एनिमल हाउस ब्लॉक, वर्कशॉप, सेंट्रल लाइब्रेरी, इनोवेशन सेंटर, एथलेटिक्स ट्रैक, हॉकी मैदान, बॉस्केटबाल व बैडमिंटन कोर्ट, वीसी रेजीडेंस, कर्मचारी आवास, छात्र और छात्रावास, सर्विस ब्लॉक, पार्किंग और कैंटीन शामिल की गई हैं। इसके निर्माण पर दो हजार करोड़ रुपये का बजट है। अब तक 400 करोड़ रुपये खर्च हो गए हो चुके हैं। तीन साल में विश्वविद्यालय बनने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन चार साल की देरी के बाद पूरा नहीं हो सका है। छह महीने से जीयू में कुलपति-रजिस्ट्रार पद खाली गुरुग्राम विश्वविद्यालय में पिछले छह महीने से कुलपति से लेकर रजिस्ट्रार का पद खाली पड़ा है। इससे विश्वविद्यालय से कॉलेजों के काम काज प्रभावित हो रहे है। जीयू से 75 सरकारी से लेकर निजी कॉलेज जुड़े हैं। जुड़े कॉलेजों में छात्रों की परीक्षाओं से लेकर नए दाखिले हो रहे है। लेकिन देखरेख करने के लिए कोई नहीं है। जो अधिकारी है कि वह भी बोलने को तैयार नहीं है। -जीयू के नए परिसर में चार पाठ्यक्रम-विभाग शिफ्ट हो चुका है। छह विभाग और शिफ्ट किए जाने है। इसमें फार्मेसी, फिजिक्स, कमेस्ट्री, शिक्षा विभाग समेत अन्य शामिल है। इन सभी को शिफ्ट करने के लिए कार्य प्रगति पर है। कपिल प्रवक्ता गुरुग्राम विश्वविद्यालय
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।