नालों से अतिक्रमण हटाने के दौरान महिला बुलडोजर के आगे बैठी
बल्लभगढ़ में मानसून से पहले जलभराव की समस्या को रोकने के लिए नगर निगम ने सफाई अभियान शुरू किया है। अवैध कब्जों को हटाने के लिए बड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें कई दुकानदारों ने विरोध किया। निगम ने चेतावनी...
बल्लभगढ़/फरीदाबाद, संवाददाता। शहर में हर साल मानसून के दौरान होने वाले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम प्रशासन ने सफाई अभियान तेज कर दिया है। पानी निकासी को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम की ओर से गुरुवार को बल्लभगढ़ की मिल्क प्लांट रोड और एसजीएम नगर स्थित पटेल चौक में अवैध कब्जों को हटाने की बड़ी कार्रवाई की गई। बल्लभगढ़ में लोगों ने निगम कार्रवाई का जमकर विरोध किया, निगम अधिकारियों से तीखी झड़पें हुईं। इस दौरान एक महिला बुलडोजर के आगे बैठ गई₹। बल्लभगढ़ क्षेत्र में अवैध कब्जों को हटाने के लिए गुरुवार सुबह करीब 10 बजे एसडीओ अमित चौधरी और जेई परवेज आलम के नेतृत्व में निगम का तोड़फोड़ दस्ता मिल्क प्लांट रोड पहुंचा।
यहां नाले की सफाई में अतिक्रमण एक बड़ी बाधा बन चुके थे। दुकानदारों द्वारा नाले के ऊपर टीन शेड, रैंप और पक्के निर्माण कर लिए गए थे, जिससे पानी की निकासी में बाधा आ रही थी। निगम की टीम ने जब जेसीबी मशीन से कार्रवाई शुरू की तो कई स्थानीय दुकानदार और महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया। एक महिला कार्रवाई रुकवाने की मांग को लेकर जेसीबी मशीन के ठीक सामने बैठ गई और निगम अधिकारियों से जमकर बहस की। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने महिलाओं को समझा-बुझा कर शांत किया औ उसके कब्जे को ध्वस्त किया गया और सफाई का कार्य जारी रखा गया। एसडीओ अमित चौधरी ने कहा कि नाले की सफाई किसी भी कीमत पर रोकी नहीं जाएगी। उन्होंने बताया कि यह अभियान जनहित में चलाया जा रहा है ताकि बारिश के मौसम में जलभराव से आम लोगों को परेशानी न हो। कार्यकारी अभियंता हरीश कुमार ने चेतावनी देते हुए कहा कि अतिक्रमण को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह किसी भी रूप में हो। पटेल चौक पर नालों पर पक्के निर्माण किए दोपहर में नगर निगम की दूसरी टीम ने एसजीएम नगर स्थित पटेल चौक पर भी तोड़फोड़ अभियान चलाया। यहां नालों के ऊपर लोगों ने अपने व्यापारिक हितों के लिए टीन शेड और पक्के ढांचे खड़े कर लिए थे। कुछ दुकानदारों ने तो पूरी नालियों को बंद कर निर्माण कर लिया, जिससे जल निकासी पूरी तरह बाधित हो चुकी थी। जेसीबी मशीनों की सहायता से निगम की टीम ने करीब 50 से अधिक ऐसे अवैध कब्जों को ध्वस्त कर दिया। निगम अधिकारियों ने बताया कि नालों पर कब्जे के कारण न केवल जलभराव की समस्या बढ़ रही थी, बल्कि ट्रैफिक जाम भी रोजमर्रा की परेशानी बन चुकी थी। स्थानीय निवासियों ने भी निगम की कार्रवाई का समर्थन करते हुए बताया कि ये कब्जे लंबे समय से परेशानी का कारण बने हुए थे। निगम अधिकारियों ने कब्जा धारकों को चेतावनी दी कि अगर भविष्य में दोबारा कब्जा किया गया, तो उससे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें मुकदमा दर्ज करने तक की प्रक्रिया शामिल हो सकती है। बारिश से पहले प्रशासन की सख्ती जरूरी नगर निगम का कहना है कि बारिश शुरू होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। यदि समय रहते नालों की सफाई और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में शहर में जलभराव की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि यह अभियान केवल मिल्क प्लांट रोड या पटेल चौक तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि शहर के अन्य क्षेत्रों में भी जल्द ही इसी प्रकार की सघन कार्रवाई की जाएगी। लोगों से सहयोग की अपील निगम अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे सार्वजनिक संपत्ति और जल निकासी व्यवस्था को नुकसान न पहुंचाएं। अतिक्रमण करने से न केवल खुद को, बल्कि पूरे क्षेत्र को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अधिकारियों ने भरोसा जताया कि यदि लोगों का सहयोग मिला, तो इस बार बरसात के मौसम में शहर में जलभराव से मुक्त रह सकेगा।
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