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कत्ल कर बहू को दफनाया; 2 माह बाद कैसे खुली पोल? फरीदाबाद के तन्नू हत्याकांड की 10 बड़ी बातें

फरीदाबाद के पल्ला में ससुराल के लोगों ने दो महीने पहले बहू तन्नू राजपूत की हत्या कर के लाश को अपने घर के सामने गली में 12 फीट गहरा गड्ढा खुदवाकर दबा दिया था। दो महीने बाद पुलिस ने कैसे बरामद की लाश। इस रिपोर्ट में वारदात की 10 बड़ी बातें...

Krishna Bihari Singh लाइव हिन्दुस्तान, फरीदाबादSat, 21 June 2025 06:22 PM
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कत्ल कर बहू को दफनाया; 2 माह बाद कैसे खुली पोल? फरीदाबाद के तन्नू हत्याकांड की 10 बड़ी बातें

7फरीदाबाद के पल्ला में ससुराल के लोगों ने दो महीने पहले बहू तन्नू की हत्या कर के लाश को अपने घर के सामने गली में 12 फीट गहरा गड्ढा खुदवाकर दबा दिया। वारदात रोशन नगर इलाके में हुई। ससुराल के लोगों ने यह दिखावा किया कि वह लापता हो गई है। करीब दो महीने तक आरोपी तन्नू की लाश को छिपाने में कामयाब रहे लेकिन जब उसके पिता ने घर के बाहर एक नए भरे हुए गड्ढे के बारे में शक जताया तो आरोपी ससुरालियों की पोल खुल गई। इस रिपोर्ट में वारदात की 10 बड़ी बातें...

ऐसे शुरू हुआ विवाद

1- फरीदाबाद पुलिस के मुताबिक, यूपी शिकोहाबाद के खेड़ा मौहल्ला की 22 साल की तन्नू राजपूत - की शादी 19 मई 2023 को पल्ला के रोशन नगर की गली नंबर एक निवासी अरुण से हुई थी। तन्नू 10वीं तक पढ़ी थी। वहीं अरुण अपने पिता की कपड़े की दुकान पर बैठता था। शादी के कुछ दिनों बाद तन्नू के साथ ससुरालियों का विवाद शुरू हो गया था।

…और इस तरह हुई FIR

2- पुलिस सूत्रों की मानें तो जब भी झगड़ा होता तन्नू अपने मायके चली जाती थी। इसी सिलसिले के बीच 23 अप्रैल को ससुराल के लोगों ने तन्नू के मायके वालों को फोन कर बताया कि वह घर छोड़कर चली गई है। इस सूचना पर तन्नू के परिजन रोशन नगर पहुंचे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। फिर पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर लिया।

तब ऐक्शन मोड में आई पुलिस

3- इस बीच पुलिस को तन्नू का कोई सुराग नहीं मिला। फिर तन्नू के परिजन डीसीपी सेंट्रल उषा से मिले और ससुराल के लोगों बेटी की हत्या का शक जताया। इसके बाद एसीपी सराय को वारदात की गहन छानबीन करने का आदेश दिया गया। इसके बाद पुलिस ऐक्शन मोड में नजर आई और तन्नू के ससुरालियों से गहनता से पूछताछ शुरू की।

ऐसे खुली आरोपियों की पोल

4- पूछताछ की कड़ी में शुक्रवार की सुबह पुलिस ने अरुण के पिता 50 वर्षीय भूप सिंह को थाने बुलाया। इसके बाद उनसे घंटों पूछताछ की। उनके बयानों पर पुलिस को शक होने लगा। फिर पुलिस जांच टीम ने सख्ती शुरू की इस पर वह टूट गए और कथित तौर पर कबूल किया कि तन्नू की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि तन्नू की लाश घर के ठीक बाहर दफना दी गई थी।

आखिरकार मिल गई लाश

5- फिर पुलिस ने एक जेसीबी मशीन बुलाई और जमीन खोदी जाने लगी। आठ फुट नीचे तन्नू की सड़ी गली लाश मिली। इस तरह से लगभग दो महीने पहले गायब हुई तन्नू की सच्चाई सामने आई कि अब वह इस दुनिया में नहीं है। उसकी हत्या की जा चुकी है। शुक्रवार को एक मेडिकल बोर्ड की ओर से तन्नू की लाश का पोस्टमार्टम किया गया।

गड्ढा खोदने के लिए बनाई कहानी

6- तन्नू की लाश को कैसे छिपाया गया था। इसकी योजना भयावह थी। इसके लिए ससुराल वालों ने कथित तौर पर एक कवर स्टोरी तैयार की। उन्होंने पड़ोसियों से कहा कि वे जलभराव को रोकने के लिए अपने गेट के बाहर एक गड्ढा खोद रहे हैं, जबकि असल में वे तन्नू की कब्र तैयार कर रहे थे। देर रात जब गली शांत हो गई तो उन्होंने तन्नू की लाश को गड्ढे में गहराई तक दफना दिया।

गड्ढे पर प्लास्टिक की चादरें

7- आरोपियों ने बाद में एक अर्थमूवर का उपयोग करके जल्दी से गड्ढे को ढक दिया। वहीं पड़ोसियों ने बताया कि 22 अप्रैल को गली में एक शादी थी। इस दिन गड्ढा नहीं खोदा गया। इसके अगले दिन उन्होंने मशीन का उपयोग करके अपने घर के ठीक बाहर खुदाई शुरू कर दी। उन्होंने गड्ढे के ऊपर प्लास्टिक की चादरें भी रख दीं और कहा कि ऐसा इसलिए किया है ताकि कोई गड्ढे में ना गिर जाए।

किसी को भनक तक ना लगी

8- पल्ला पुलिस स्टेशन के एसएचओ इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश ने कहा कि आरोपियों का कहना था कि गड्ढा अप्रैल महीने में सीवर के पानी के इंतजाम करने के लिए खोदा गया था क्योंकि क्षेत्र में जल निकासी के बुनियादी ढांचे का अभाव है। फिर आरोपियों ने इसे रेत से भर दिया। हत्या करने के बाद अंधेरे का फायदा उठाते हुए उन्होंने शव को वहीं दफना दिया। इतना करने में किसी पड़ोसी को पता तक नहीं चला कि क्या हुआ था।

क्यों नहीं हुआ शक?

9- तन्नू की बड़ी बहन प्रीति ने बताया कि तन्नू के ससुर भूप सिंह ने साजिश के तहत तन्नू का एक वीडियो बना लिया था। इसमें तन्नू कहती नजर आ रही है कि मैं घर छोड़कर चली जाऊंगी। आरोपी यही वीडियो पुलिस को दिखाते थे और गुमराह करते रहे। यही नहीं पुलिस जब भी आरोपियों को बुलाती तो वे पहुंच जाते थे। हर बार यही कहते कि तन्नू अपनी मर्जी से घर छोड़कर गई है।

तन्नू फोन करती तो ससुराल के लोग उसके पास खड़े हो जाते

10- मृतक के भाई योगेश का कहना है कि यदि पुलिस उनकी शिकायत पर पहले ही ऐक्शन लेती तो तन्नू की लाश काफी हद तक सही सलामत बरामद हो जाती। उसने यह भी बताया कि तन्नू जब भी अपने माता पिता के पास फोन करती थी तो ससुराल के लोग उसके पास खड़े हो जाते थे। उसका कहना है कि करीब 20 दिन पहले उनकी ओर से ससुराल पक्ष के लोगों पर तन्नू की हत्या किए जाने का शक जताकर लिखित शिकायत दी गई थी। फिर भी पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

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