दिल्ली में जल्द होगी 'पहली कृत्रिम बारिश'- ये तकनीक देगी पलूशन से राहत; सीएम रेखा का ऐलान
अब भाजपा सरकार ने ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली में जल्द ही पहली कृत्रिम बारिश होगी। सीएम रेखा ने दावा किया कि इससे दिल्ली में पलूशन से निपटने में मदद मिलेगी।

पलूशन से दिल्ली वासी हर समय दो-दो हाथ करते हैं, इससे उनके शरीर को गंभीर नुकसान होते हैं। पिछली आप सरकार भी इससे निपटने के प्रयासों में जुटी रही। अब भाजपा सरकार ने ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली में जल्द ही पहली कृत्रिम बारिश होगी। सीएम रेखा ने दावा किया कि इससे दिल्ली में पलूशन से निपटने में मदद मिलेगी। ये बारिश क्लाउड सीडिंग की मदद से कराने की योजना बनाई गई है।
सीएम रेखा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि प्रदूषण को कम करने और खत्म करने के लिए, हम अपने सभी विज्ञान संगठनों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे। ये अपने नवीनतम नवाचारों का उपयोग करेंगे और प्रदूषण के खिलाफ़ लड़ाई में दिल्ली सरकार की मदद करेंगे।
इन संस्थानों के साथ हुआ समझोता
उदाहरण के लिए, दिल्ली सरकार ने आईआईटी कानपुर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जो क्लाउड सीडिंग और कृत्रिम बारिश पर आधारित है, जिसे हमने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने की मंज़ूरी दे दी है और बहुत जल्द ही दिल्ली में क्लाउड सीडिंग के ज़रिए पहली कृत्रिम बारिश होगी।
क्या है कृत्रिम बारिश या क्लाउड सीडिंग
कृत्रिम बारिश या क्लाउड सीडिंग एक प्रक्रिया है जिसमें मौसम वैज्ञानिक बादलों में कुछ रसायनों को छिड़ककर कृत्रिम रूप से बारिश कराने का प्रयास करते हैं। इस प्रक्रिया में हवा में पानी की बूंदें और बर्फ के क्रिस्टल बनाए जाते हैं, जिससे बादलों में बारिश होती है।
शुरू हुई वायु प्रदूषण शमन योजना 2025
आपको बताते चलें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को वायु प्रदूषण शमन योजना 2025 शुरू की। इसके तहत राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो स्टेशन पर 2,300 इलेक्ट्रिक ऑटो तैनात किए जाएंगे, वायु प्रदूषण के लिहाज से सबसे ज्यादा संवेदनशील 13 इलाकों में ‘मिस्ट स्प्रेयर’ लगाए जाएंगे और पीयूसीसी केंद्रों का हर छह महीने में ऑडिट किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि स्वच्छ और स्वस्थ दिल्ली उनकी सरकार का सपना है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण सीधे तौर पर लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। गुप्ता ने कहा कि ‘शुद्ध हवा सबका अधिकार-प्रदूषण पर जोरदार प्रहार’ नामक योजना में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पेड़ लगाया जाना भी शामिल है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत सरकार ने इस साल 70 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।