दिल्ली में विमानों का ईंधन चुराता था गैंग, स्पेशल सेल ने पकड़ डाला, पूरा खेल भी पता चल गया
बताया जा रहा है कि यह गिरोह हर महीने सरकारी खजाने को 1.62 करोड़ रुपये से ज़्यादा का नुकसान पहुंचा रहा था, जिसमें अनुमानित रूप से प्रतिदिन 5,000 लीटर ईंधन की चोरी होती थी। इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो दिल्ली हवाई अड्डे के लिए जाने वाले एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) टैंकरों से ईंधन चुरा रहा था। यह गिरोह चुराए गए ईंधन को खुले बाजार में मिनरल टर्पेन्टाइन ऑयल के रूप में बेच रहा था,जिससे राष्ट्रीय खजाने को हर महीने 1.62 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान भी हो रहा था।
तीन साल से चल रहे इस अवैध धंधे का खुलासा रविवार को मिली एक गुप्त सूचना के बाद हुआ। इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दो अन्य को हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि यह गिरोह हर महीने सरकारी खजाने को 1.62 करोड़ रुपये से ज़्यादा का नुकसान पहुंचा रहा था, जिसमें अनुमानित रूप से प्रतिदिन 5,000 लीटर ईंधन की चोरी होती थी।
पुलिस उपायुक्त (अपराध) आदित्य गौतम ने बताया,"एटीएफ को मूल रूप से HPCL के बहादुरगढ़ स्थित असाउधा डिपो से IGI हवाई अड्डे पर डिलीवरी के लिए भेजा जाता था। हालांकि,टैंकर ड्राइवर,ट्रांसपोर्टर और गोदाम मालिक की मिलीभगत से जीपीएस ट्रैकिंग डेटा में हेरफेर करते थे और टैंकरों को मुंडका में एक गुप्त स्थान पर मोड़ देते थे।"
टैंकरों पर लगे सुरक्षा लॉक,जिन्हें केवल निर्धारित हवाई अड्डा डिपो पर ही खोला जाना था,उन्हें नकली मास्टर चाबियों का उपयोग करके बाईपास कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद जाली डिप रॉड का इस्तेमाल करके सही डिलीवरी रीडिंग को भी नकली दिखाया गया। चुराए गए ईंधन को बैरलों में भरकर मिनरल टर्पेन्टाइन ऑयल (MTO) के रूप में बेचा जाता था,जिसका उपयोग आमतौर पर स्याही और पेंट उद्योग में होता है। अधिकारी ने कहा,"मौके से 24,000 लीटर एटीएफ ले जा रहे तीन तेल टैंकरों के साथ-साथ साइफनिंग पाइप,ड्रम और नकद राशि जब्त की गई।"
छापेमारी के दौरान टैंकरों के अलावा,पुलिस ने चोरी के ईंधन को ले जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो पिकअप ट्रक,1.05 लाख रुपये नकद,छह डिप रॉड (जाली सहित),साइफनिंग उपकरण,नौ खाली ड्रम और तीन नकली मास्टर चाबियां भी बरामद कीं। जब्त किए गए एटीएफ और वाहनों को उचित दस्तावेज़ीकरण के बाद सुरक्षित हिरासत के लिए संबंधित तेल कंपनी को सौंप दिया गया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में गोदाम का मालिक और पूर्व टैंकर चालक गया प्रसाद यादव (43) भी शामिल है। वह ईंधन 30 रुपये प्रति लीटर में खरीदता था और उसे 50 रुपये प्रति लीटर में बेचता था। अन्य गिरफ्तार लोगों में राजकुमार चौधरी (53) शामिल है,जो चुराए गए एटीएफ का नियमित खरीदार था और इसे 43 से 50 रुपये प्रति लीटर में बेचता था। इसके अलावा,अशपाल सिंह भुल्लर (53) को भी गिरफ्तार किया गया है,जो जब्त किए गए तीन टैंकरों सहित कुल आठ ट्रकों का मालिक है।
तीन ट्रक ड्राइवर भी पकड़े गए हैं जिनके नाम राम भरोसे यादव (44),अंजय रॉय (41) और सुबोध कुमार यादव (32) हैं। इन्हें प्रति चक्कर 1,500 रुपये मिलते थे। हिरासत में लिए गए दो लोगों में ड्राइवर के सहायक प्रवीण कुमार यादव (25) और प्रवीण कुमार यादव (19) शामिल हैं,जिन्हें प्रति चक्कर 700 रुपये दिए जाते थे। क्राइम ब्रांच पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच जारी है।