वो तो भाई मानती थी, लेकिन ‘दगाबाज’ तौफीक ने छत से फेंका; बुर्का पहनकर घर में घुसा था
दिल्ली के अशोक विहार इलाके में एक शख्स ने 19 साल की लड़की को छत से फेंक दिया। आरोपी बुर्का पहनकर घर में घुसा था।

दिल्ली के अशोक नगर में एक सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। 19 साल की एक नेहा को 30 साल के शख्स ने पांच मंजिला इमारत की छत से नीचे फेंक दिया। आरोपी तौफीक-उर-रहमान बुर्का पहनकर घर में घुसा। आरोप है कि तौफीक लड़की का पीछा कर रहा था। पुलिस के मुताबिक, यह वारदात सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे हुई, जब लड़की छत पर पानी का पंप चालू करने गई थी।
परिवार के सामने निकली बेटी की चीखें
नेहा के पिता, जो एक निजी सुरक्षा गार्ड हैं, ने बताया कि उनकी बेटी ने पंप न चलने की बात अपनी मां को फोन पर बताई थी। कुछ ही मिनटों बाद उनकी चीखें सुनाई दीं। उन्होंने कहा, 'मैं छत पर भागा तो देखा कि तौफीक मेरी बेटी का गला दबा रहा था। मैंने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने मुझे धक्का दे दिया और मेरी बेटी को छत से नीचे फेंक दिया।' नेहा लगभग 50 फीट नीचे खाली प्लॉट में ईंटों पर गिरी।
लड़की तौफीक को मानती थी भाई
पुलिस के अनुसार, तौफीक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हापुड़ का रहने वाला है और अशोक नगर के स्थानीय बाजार में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता था। वह पीड़िता के परिवार को कई सालों से जानता था और उनके साथ रक्षाबंधन जैसे त्योहार मनाता था। पीड़िता और उसकी दो बहनों ने उसे राखी बांधी थी। लेकिन पिछले तीन महीनों से तौफीक ने नेहा का पीछा करना शुरू कर दिया था। वह नेहा पर दवाब बनाता और मना करने पर धमकियां देता था। परिवार ने बताया कि उन्हें कभी नहीं लगा कि वह इतना खतरनाक कदम उठा सकता है।
अस्पताल में जिंदगी की जंग, लेकिन हार गई बेटी
परिवार ने तुरंत नेहा को गुरु तेग बहादुर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन लगभग 12 घंटे बाद बुधवार को उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शुरू में हत्या के प्रयास और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया था, जिसे बाद में हत्या में बदल दिया गया।
CCTV में कैद हुआ बुरके वाला हत्यारा
CCTV फुटेज में तौफीक को बुर्का पहनकर मोहल्ले में आते और जाते हुए देखा गया। वह वारदात के बाद मौके से फरार हो गया। पीड़िता के पिता और दो पड़ोसियों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भाग निकला। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में पुलिस टीमें उसकी तलाश में छापेमारी कर रही हैं।
इलाके में तनाव
इस घटना ने अशोक नगर में तनाव पैदा कर दिया है। मंगलवार को अशोक विहार मार्केट पूरी तरह बंद रहा। अग्रसेन मार्केट एसोसिएशन के महासचिव सतेंद्र शर्मा ने बताया, 'हमने सोमवार शाम को बैठक की और सर्वसम्मति से फैसला लिया कि मंगलवार को बाजार बंद रखकर परिवार के प्रति एकजुटता दिखाएंगे। एसोसिएशन ने यह भी तय किया कि दुकानदार अब किसी मुस्लिम मजदूर को काम पर नहीं रखेंगे।' कुछ दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्य भी पीड़िता के परिवार के समर्थन में उनके घर के बाहर जमा हुए।
'हमारी बेटी के सपने थे'
पीड़िता ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी और मंडोली में एक निजी फर्म में नौकरी कर रही थी। उसकी बड़ी बहन ने बताया, 'हम उसे परिवार का हिस्सा मानते थे। हमने उसे राखी बांधी थी। हमें सपने में भी नहीं लगा कि वह ऐसा करेगा।' पीड़िता की चाची ने हत्यारे के लिए फांसी की सजा की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर हमें पता होता कि वह ऐसा करेगा, तो हम उसकी रक्षा करते। उसने अभी नई नौकरी शुरू की थी। उसके सपने थे।
आरोपी तौफीक गिरफ्तार, पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
ताजा अपडेट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे आरोपी तौफीक-उर-रहमान को उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के टांडा इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की कई टीमों ने दिल्ली और यूपी में छापेमारी कर उसे धर दबोचा। CCTV फुटेज और अन्य सबूतों की मदद से उसकी पहचान और ठिकाने का पता लगाया गया। इस गिरफ्तारी के बाद पीड़िता के परिवार और स्थानीय लोगों में न्याय की उम्मीद जगी है, हालांकि इलाके में तनाव अब भी बरकरार है।