मॉनसून की दस्तक से पहले कितने साफ हुए दिल्ली के नाले? मंत्री सिरसा ने सब बताया
दिल्ली के पर्यावरण और उद्योग मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने वज़ीरपुर औद्योगिक क्षेत्र में नालों की सफाई के काम का निरीक्षण किया। उनके साथ स्थानीय विधायक पूनम शर्मा और उद्योग विभाग व डीएसआईआईडीसी (DSIIDC) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

दिल्ली में मॉनसून के आगमन को देखते हुए रेखा सरकार नालों की सफाई और गाद निकालने पर ध्यान केंद्रित कर दिया है। पर्यावरण और उद्योग मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र में गाद निकालने के काम की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बारिश से यह इलाका बाढ़ग्रस्त न हो।
दिल्ली के पर्यावरण और उद्योग मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने वज़ीरपुर औद्योगिक क्षेत्र में नालों की सफाई के काम का निरीक्षण किया। उनके साथ स्थानीय विधायक पूनम शर्मा और उद्योग विभाग व डीएसआईआईडीसी (DSIIDC) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। सिरसा ने बताया कि इलाके में नालों की सफाई का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है और उन्होंने काम की गुणवत्ता और गति पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने कहा,"इस मॉनसून में दिल्ली रुकेगी नहीं। हमने स्थानीय प्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक,पूरे सरकारी तंत्र को सक्रिय कर दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर नाला साफ हो और हर सड़क चालू रहे।" मंत्री ने अधिकारियों को मैन्युअल तरीके से नाले साफ करने से बचने के सख्त निर्देश दिए और इस बात पर जोर दिया कि सुपर सकर मशीनों जैसी मशीनीकृत प्रणालियां दक्षता और सुरक्षा में सुधार करती हैं। सिरसा ने यह भी बताया कि बारिश के दौरान जनता को होने वाली असुविधा को कम करने के लिए खुले नालों को ढका जा रहा है और गड्ढों को भरा जा रहा है। उन्होंने इस दिशा में स्थानीय विधायक के प्रयासों की सराहना भी की।
दिल्ली के मंत्री ने आगे कहा,"हमें जो जमीनी स्तर पर नतीजे दिख रहे हैं, वे हमारे चुने हुए प्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा लगातार की गई फॉलो-अप और समन्वित क्षेत्र कार्य के कारण हैं।" दिल्ली सरकार ने बुनियादी ढांचे के दीर्घकालिक सुधार के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) ढांचे के तहत औद्योगिक क्षेत्रों के पुनर्विकास के लिए रियायती मॉडल (concessionaire model) को भी फिर से लागू किया है।
सिरसा ने कहा कि यह निर्णय उद्योगपतियों की लंबे समय से लंबित मांगों के जवाब में लिया गया था और यह नरेला और बवाना क्षेत्रों में सफल कार्यान्वयन के बाद आया है। उन्होंने आगे कहा, "पुनर्विकास और मॉनसून की तैयारी साथ-साथ चलती है। हमारा लक्ष्य सिर्फ जलभराव को रोकना नहीं है,बल्कि उन्नत नागरिक और जल निकासी बुनियादी ढांचे के साथ औद्योगिक क्षेत्रों को भविष्य के लिए भी तैयार करना है।"