चीन से चल रही है बात, इस खास चीज के लिए भारत ने किया है संपर्क; क्या हैं मायने
भारत ने एक खास किस्म के अर्थ मैग्नेट के आयात के लिए चीन से संपर्क किया है। यह ऐसे वक्त में हुआ है जबकि चीन ने निर्यात पर पाबंदी लगा रखी है। यह पहली बार है जब भारत ने चीन के साथ यह मामला उठाने की बात आधिकारिक तौर पर मानी है।
भारत ने एक खास किस्म के अर्थ मैग्नेट के आयात के लिए चीन से संपर्क किया है। यह ऐसे वक्त में हुआ है जबकि चीन ने निर्यात पर पाबंदी लगा रखी है। यह पहली बार है जब भारत ने चीन के साथ यह मामला उठाने की बात आधिकारिक तौर पर मानी है। बता दें कि सीमा पर छह साल के तनाव के बाद भारत और चीन के रिश्ते अब सुधार की तरफ हैं। इस बारे में एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहाकि रेयर अर्थ को लेकर हम चीन से संपर्क में हैं। हम दिल्ली और बीजिंग दोनों जगह बात कर रहे हैं। हम यह देख रहे हैं कि रेयर अर्थ की सप्लाई चेन को कैसे बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने कहाकि हम कई आर्थिक मुद्दों और व्यापार मुद्दों पर चीनी पक्ष के संपर्क में हैं।
चीन का 90 फीसदी से अधिक नियंत्रण
चीन, मैग्नेट्स की 90 फीसदी से अधिक प्रॉसेसिंग क्षमता पर नियंत्रण रखता है। इन मैग्नेट्स का इस्तेमाल, ऑटोमैटिक वाहनों, ग्रीन एनर्जी के साथ घरेलू उपकरणों में होता है। चीन ने अप्रैल में यह नियम बना दिया है कि जिन कंपनियों को इस मैटीरियल की जरूरत होगी, उन्हें बीजिंग से परमिशन लेनी होगी। माना जा रहा है कि चीन ने यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा टैरिफ बढ़ाने के जवाब में उठाया गया है। वहीं, मैग्नेट्स की सप्लाई पर पड़ने वाले असर से दुनिया भर के कार निर्माता प्रभावित हो सकते हैं।
इन प्रोडक्शंस में होता है इस्तेमाल
इंडस्ट्री ग्रुप, द सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (एसआईएम) ने इस मामले में भारत सरकार ने दखल की गुहार लगाई थी। बता दें कि रेयर अर्थ मैग्नेट्स इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए खासे महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, इनकी जरूरत पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारों की पॉवर विंडो और ऑडियो स्पीकर्स आदि में भी पड़ती है। हालाां बीजिंग द्वारा लागू किए गए प्रतिबंध बेहतरीन परफॉर्मेंस वाले इंपोर्ट पर है, लेकिन प्रतिबंधों को लागू करने में भ्रम के चलते बंदरगाहों पर निम्न-स्तरीय मैग्नेटों का परिवहन भी रुका हुआ है।
भारत को इतनी है जरूरत
भारत के ऑटो सेक्टर ने 31 मार्च को खत्म हुए वित्तीय वर्ष में चीन से करीब 460 टन रेयर अर्थ मैग्नेट आयात किए। आंकड़ों के मुताबकि इस साल भारत 30 मिलियन डॉलर के 700 टन मैग्नेट के आयात की उम्मीद कर रहा है। सूत्रों ने कहाकि उद्योग निकायों और कंपनियों ने इस मुद्दे को वाणिज्य मंत्रालय के साथ उठाया है और इसे चीन के समक्ष बढ़ाया गया है। गौरतलब है कि दो अप्रैल को ट्रंप ने अमेरिका के व्यापारिक सहयोगियों पर जवाबी टैरिफ लगाया। जवाब में दो दिन बाद, चीन ने सभी अमेरिकी आयात पर 34% टैरिफ की घोषणा कर डाली। इसके बाद मई में चीन से रेयर अर्थ मैग्नेट के निर्यात में तेजी से गिरावट आई।