एयर इंडिया को DGCA से झटका, पकड़ी बड़ी गलती; तीन अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
डीजीसीए ने एयर इंडिया को नोटिस जारी कर कहा है कि उड़ान की समयसीमा संबंधी नियमों के उल्लंघन के मामले में उसपर कार्रवाई क्यों ना की जाए। डीजीसीए ने सात दिन में जवाब मांगा है। इसके अलावा तीन अधिकारियों पर एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं।
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद डीजीसीए विमानों की जांच और फ्लाइट टाइमिंग को लेकर सख्ती बरत रहा है। डीजीसीए ने फ्लाट टाइम के नियमों के उल्लंघन को लेकर एयर इंडिया के अकाउंटेबल मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में कहा गया है, अचानक जांच के दौरान देखा गया कि एयर इंडिया के अकाउंटेबल मैनेजर ने 16 मई और 17 मई को बेंगलुरु से लंदन के लिए दो उड़ानों को ऑपरेट किया। इन उड़ानों में चालक दल की 10 घंटे की समय सीमा का उल्लंघन किया।
डीजीसीए ने एयर इंडिया से इस मामले में सात दिन के अंदर जवाब मांगा है। नोटिस में कहा गया है कि क्यों उड़ान के नियमों के उल्लंघन के लिए एअर इंडिया के खिलाफ कार्रवाई ना की जाए। डीजीसीए ने कहा है कि अगर समय सीमा के अंदर जवाब नहीं मिलता है तो कार्रवाई शुरू की जाएगी।
इसके अलावा डीजीसीए ने एयर इंडिया के तीन अधिकारियों के खिलाफ भी टीम रोस्टरिंग को लेकर नोटिस जारी किया है। डीजीसीए ने कहा है कि अगर फिर से वे अधिकारी गलती करते हैं तो उन्हें हटा दिया जाए। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 20 जून को अपने आदेश में टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन से इन अधिकारियों के खिलाफ बिना देरी किए आंतरिक अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने को भी कहा। डीजीसीए के आदेश के अनुसार, तीन अधिकारियों में एयरलाइन के एक डिवीजनल उपाध्यक्ष भी शामिल हैं।
एयर इंडिया ने डीजीसीए से कहा है कि आदेश के मुताबिक ही निर्देश दे दिए गए हैं। एयर इंडिया ने कहा, हमने डीजीसीए के निर्देशों का पालन किया है। इंटीग्रेटेड ऑपरेशन्स कंट्रोल सेंटर पर सीधे कंपनी के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर नजर रखेंगे। एयर इंडिया प्रतिबद्ध है कि सभी नियमों का पालन किया जाए और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
एयरलाइन ने शनिवार को कहा, 'कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी एकीकृत परिचालन नियंत्रण केंद्र (आईओसीसी) की सीधी निगरानी करेंगे। एयर इंडिया यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल और मानक प्रथाओं का पूरी तरह से पालन हो।' डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा, 'एयर इंडिया ने लाइसेंस और आराम संबंधी आवश्यकताओं में चूक के बावजूद विमान चालक दल की कार्यसूची और संचालन के संबंध में स्वैच्छिक रूप से गंभीर उल्लंघनों का खुलासा किया गया है।'
आदेश में कहा गया कि विशेष चिंता की बात यह है कि इन परिचालन चूकों के लिए सीधे जिम्मेदार प्रमुख अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई। एक दिन पहले ही एयर इंडिया के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर कैंपबेल विल्सन ने कहा था कि बोइंग 787 के साथ अन्य विमानों की भी नियमित जांच की जा रही है और सभी विमान उड़ान के लिहाज से सुरक्षित हैं।