एक्टर डिनो मोरिया तक पहुंची मीठी नदी घोटाले की आंच, मुंबई पुलिस ने की पूछताछ
मीठी नदी में गाद निकालने वाली मशीनों को लेकर घोटाले के मामले में जांच की आंच एक्टर डिनो मोरिया तक भी पहुंच गई है। सोमवार को मुंबई पुलिस ने उनसे पूछताछ की।

गुनाह और राज जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाने वाले डिनो मोरिया मीठी नदी घाटाले के मामले में मुश्किल में फंस गए हैं। सोमवार को इस सिलसिले में वह मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के सामने पेश हुए। डिनो मोरिया के भाई सैंटिनो मोरिया से भी पुलिस ने पूछताछ की है। इस मामले में मुख्य आरोपी केतन कदम और सह आरोपी जय जोशी पर कोच्चि के एक फर्म मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से नदी से गाद निकालने वाली मशीनों के किराए के लिए नगर निगम से ज्यादा रकम वसूलने का आरोप है।
क्यों डिनो मोरिया से हुई पूछताछ
पुलिस के मुताबिक घोटाले के मुख्य आरोपी केतन कदम ने एक्टर डिनो मोरिया और उनके भाई से फोन पर बात की थी। इसके बाद पुलिस ने डिनो मोरिया को भी पूछताछ के लिए बुलाया। जानकारी के मुताबिक यह 65 करोड़ रुपये का घोटाला है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर केतन कदम ने डिनो मोरिया और उनके भाई से क्या बात की थी। पुलिस का कहना है कि डिनो मोरिया और केतन कदम के बीच लेनदेन या फिर लेनदेन की बातचीत का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि मैटप्रॉप कंपनी के अधिकारियों और बीएमसी अधिकारियों की मिलीभगत से यह घोटाला किया गया था। 2020 में बीएमसी के अधिकारी गाद निकालने वाली मशीनों को देखने के लिए कोच्चि पहुंचे थे। कंपनी ने सिल्ट पुशर मशीन के लिए 3 करोड़ और मल्टीपर्पज ड्रेजिंग मशीनों के लिए दो करोड़ रुपये की मांग कीथी।
मशीनें खरीदने की जगह पर बीएमसी के अधिकारियों ने मशीनों को किराए पर लेने और फिर पर मीट्रिक टन के हिसाब से भुगतान करने की बात की इसके बाद बीएमसी के अधिकारियों ने टेंडर जारी कर दिया। बीएमसी के टेंडर में मैटप्रॉप कंपनी को एकाधिकार दे दिया गया। इस मामले में कंपनी के डायरेक्टर दीपक मोहन के खिलाफ भी केस दर्ज किया कया था।
ठेकेदारों ने जब मैटप्रॉप से संपर्क किया तो उन्हें जोशी और कदम से संपर्क करने को कहा गया। वे दोनों मोहन के साथ इस मामले में आरोपी हैं। इस पूरी प्रक्रिया में बीएमसी अधिकारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स का हर साल का मुनाफा शामिल था। पुलिस ने बताया कि ज्यादा कमाई के लिए मीठी नदी को भी कागज पर बढ़ा दिया गया।