रूस में 14 भारतीय नागरिक लापता, कांग्रेस बोली- उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें सरकार
पंजाब कांग्रेस प्रदेश समिति के अध्यक्ष राजा वांडिया ने कहा है कि रूस में 14 भारतीय नागरिक लापता है। विदेश मंत्रालय को जल्दी से जल्दी रूसी सरकार से संपर्क करके इन भारतीयों की सुरक्षित वापसी को सुनिश्चित करना चाहिए।

कांग्रेस ने रूस की सेना में भर्ती हुए 14 भारतीय नागरिकों के लापता होने पर सरकार पर सवाल दागा है। कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि भारत सरकार को रूस में लापता हुए 14 भारतीय नागरिकों का पता लगाने और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए रूसी सरकार से बात करनी चाहिए। पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजा वडिंग सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार हमें बताए कि क्या वह रूसी सरकार से सवाल पूछेगी कि आखिर बिना अनुमति के भारतीय नागरिकों को सेना में भर्ती क्यों किया गया।
वाडिंग ने 14 लापता लोगों में शामिल एक व्यक्ति के भाई-बहन के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, "आज मेरे साथ जगदीप जी और खुशबू यादव जी हैं। ये पिछले डेढ़ साल से अपने भाई को ढूंढ रहे हैं, जो रूस में लापता हैं। दिसंबर, 2023 में 126 लोग अपने घर का चूल्हा जलाने के लिए एजेंट के माध्यम से विदेश गए थे। वे लोग सिंगापुर, मलेशिया और इटली जाना चाहते थे, लेकिन उनको मॉस्को भेज दिया गया।"
वाडिग ने कहा कि रूस ने कई भारतीय नागरिकों को अपनी सेना में भर्ती कर लिया था। उनमें से करीब 100 लोग वापस आ गए हैं जबकि कुछ घायल हो गए हैं। लेकिन यह 14 लोगों का कोई पता नहीं है।
कांग्रेस नेता ने 14 लोगों की जानकारी देते हुए कहा, "यह लापता हुए लोग किसी एक राज्य के नहीं है बल्कि इनमें 9 उत्तर प्रदेश से,पंजाब के 3 और महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर से एक-एक लोग शामिल हैं। हमारी मांग है कि विदेश मंत्रालय इस मामले को प्रमुखता के साथ रूसी सरकार के सामने उठाए ताकि जल्द से जल्द इन लोगों का पता लगाया जा सके और यह सुरक्षित अपने परिवार के पास वापस लौट पाएं।
आपको बता दें रूस और यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में वहां पर फर्जी एजेंटों के जरिए कई भारतीय नागरिकों को धोखे से रूसी सेना में भर्ती कर लिया गया था। हालांकि बाद में इन लोगों के वीडियो वायरल होने के बाद विदेश मंत्रालय हरकत में आया था। पीएम मोदी ने अपनी रूस यात्रा के समय इस मुद्दे के प्रमुखता के साथ उठाया था। उसके बाद कई भारतीयों को वहां से वापस भारत लाया जा सका था।