पिस्तौल और कैश तो मिला पर सोनम रघुवंशी की क्या चीजें अब भी तलाश रही पुलिस
राजा रघुवंशी हत्याकांड में बुधवार को शिलॉन्ग पुलिस ने ओल्ड पलासिया के पीछे एक नाले से आरोपी जेम्स की निशानदेही पर पिस्टल बरामद की लेकिन लैपटॉप और गहने अब भी गायब हैं।

राजा रघुवंशी हत्याकांड में बुधवार को शिलॉन्ग पुलिस ने ओल्ड पलासिया के पीछे एक नाले से आरोपी सिलोम जेम्स की निशानदेही पर पिस्टल बरामद की। शिलांग पुलिस देर शाम तीन आरोपियों लोकेंद्र सिंह तोमर (जमींदार), सिलोम जेम्स (प्रॉपर्टी डीलर) और बल्लू अहिरवार (सिक्योरिटी गार्ड) को सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार करके मेघालय ले गई। इस केस में पुलिस को उस लेपटॉप की भी तलाश हैं,जिसका इस्तेमाल सोनम और राज कर रहे थे। दोनों ने साथ मिलकर एक कंपनी खोली थी और इसी लैपटॉप से ट्रांजैक्शन भी करते थे। माना जा रहा है कि राजा हत्याकांड की साजिश के सबसे बड़े सबूत इस लैपटॉप में दर्ज हो सकते हैं।
पुलिस को राज ने बताया था कि उसने कुछ दिन पहले अपनी मां चुन्नी बाई ने नाम से एक कंपनी खोली जिसमे से 8 लाख रुपये के कई लेन देन किया। पुलिस को अब भी उन गहनों की तलाश हैं जो राजा के पास थे। वहीं सोनम के गहने भी बरामद नहीं हुए हैं। 23 मई को शिलॉन्ग में सहकार नगर (कैट रोड) के राजा रघुवंशी की हत्या हुई थी। उसकी पत्नी सोनम, उसके प्रेमी राज कुशवाह, राज के दोस्त विशाल उर्फ विक्की, आनंद कुर्मी और आकाश राजपूत को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। विशाल, आकाश और आनंद ने धारदार हथियार से राजा को मारा था। पुलिस ने इसे बरामद कर लिया था। पूछताछ में खुलासा हुआ था कि राज पहले गोली चलवाकर राजा को मरवाना चाहता था। उसने सिकलीगरों से पिस्टल भी खरीदी थी। हत्या के बाद 25 मई को सोनम इंदौर आ गई थी।
31 मई से 8 जून तक सोनम हीराबाग कॉलोनी, देवास नाका स्थित मल्टी के जी-1 फ्लैट में रही। साथियों के पकड़ाने पर 8 जून को पिस्टल और पांच लाख रुपए एक काले बैग में रखकर उसे फ्लैट में ही छोड़कर कार से गाजीपुर रवाना हो गई थी। शिलॉन्ग पुलिस इस बैग को बरामद करने 17 जून को इंदौर आई। पहले प्रॉपर्टी ब्रोकर सिलोम जेम्स निवासी महालक्ष्मी नगर और मल्टी के गार्ड बल्लू उर्फ बलवीर निवासी अशोक नगर, बीना को पकड़ा। सिलोम ने मल्टी मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर के इशारे पर काला बैग जलाने की बात कही। बैग से मिला सोनम का लैपटॉप घर के पीछे खाली प्लॉट पर फेंकने की बात कही। पुलिस ने परसों रात लोकेंद्र को ग्वालियर से पकड़ा।
तीन दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर इंदौर लाए। कल लोकेंद्र और शिलोम को इंदौर क्राइम ब्रांच थाने में आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तो शिलोम टूट गया। उसने लोकेंद्र के साथ बैग से मिली पिस्टल को एबी रोड पर इंडस्ट्रीज हाउस के पीछे नाले में फेंकने की बात कबूली। टीम शिलोम और लोकेंद्र को लेकर बताए नाले पर पहुंची। शिलोम जेम्स के साथ करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद एक पॉलीथिन मिल गई जिसमें से पिस्टल बरामद हो गई।
शिलोम जेम्स ने थैली में एक ईंट भी पिस्टल के साथ रखकर उसे फेंका था। सौभाग्य से थैली फेंके जाने के बाद से तेज बारिस नहीं हुई। नहीं तो पिस्टल मिलने में बहुत मुश्किल आती। थैली में दो कारतूस भी बरामद हुए थे। इसके बाद पुलिस महालक्ष्मी नगर पहुंची और सिलोम की कार एमपी09 डब्ल्यूजी 2352 से 50 हजार रुपये नकद भी बरामद कर लिया। देर शाम शिलांग पुलिस लोकेंद्र, शिलोम और बलवीर को आगे की पूछताछ के लिए फ्लाइट से शिलॉन्ग लेकर रवाना हो गई। उल्लेखनीय है कि सोनम, राज, विशाल, आनंद और आकाश पहले से ही वहां हैं।