ट्रैक्टर पर हुए सवार और करने लगे बुआई, इंदौर में बोले कृषिमंत्री शिवराज- मैं किसान, खेती मेरी हर सांस में बसी
शिवराज ने कहा, सब मिलकर इंदौर के सोयाबीन संस्थान में गहन चिंतन, मंथन और मनन करेंगे कि सोयाबीन की उत्पादकता कैसे बढ़ाएं और लागत कैसे घटाएं। अच्छी किस्म का सोयाबीन पैदा कर पाएं, ताकि देश को तेल आयात ना करना पड़े।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को इंदौर में थे, जहां एकबार फिर उनका एक अलग अंदाज देखने को मिला। वैसे तो वे यहां पर भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान में आयोजित हितग्राहियों के साथ संवाद में हिस्सा लेने आए थे, लेकिन यहां बड़े-बड़े खेत और ट्रैक्टर व खेती-किसानी से जुड़ी अन्य मशीनें देखते ही उनके अंदर का किसान बाहर आ गया और वे खुद को ट्रैक्टर चलाने से नहीं रोक पाए। इस दौरान उन्होंने खेत में सोयाबीन की बुआई भी की। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ कृषि मंत्री नहीं हैं, बल्कि एक किसान भी हैं और खेती उनकी हर सांस में बसी है। ट्रैक्टर चलाते हुए अपना एक वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि आज इंदौर स्थित ICAR- राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान में स्वयं ट्रैक्टर चलाकर सोयाबीन की बुआई की।
वीडियो में शिवराज ने कहा, 'आज कृषि विभाग की पूरी टीम इंदौर में है। देश के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक, कृषि वैज्ञानिक, किसान, कृषिमंत्री, कृषि विज्ञान केंद्र के लोग, एग्रिकल्चर यूनिवर्सिटीज के लोग और राज्य व केंद्र सरकार के अधिकारी आज सोयाबीन संस्थान आए हैं। सब मिलकर गहन चिंतन, मंथन और मनन करेंगे कि सोयाबीन की उत्पादकता कैसे बढ़ाएं और लागत कैसे घटाएं। अच्छी किस्म का सोयाबीन पैदा कर पाएं, ताकि देश को तेल आयात ना करना पड़े। किसान भाइयों के साथ मिलकर ऐसा रास्ता निकालें जिससे हम सोयाबीन की उत्पादकता बढ़ाएं, अच्छी किस्म का सोयाबीन पैदा करें और सोयाबीन के भंडार भरकर भारत को तेल से भी भरपूर कर दें।'
इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर शेयर की अपनी एक अन्य पोस्ट में उन्होंने बताया कि 'अच्छा बीज समृद्ध कृषि का आधार है। बीज जितना स्वस्थ होगा, फसल उतनी ही बेहतर होगी। इसीलिए, बुआई से पहले बीज का उपचार बेहद जरूरी कदम है। आज मैंने इंदौर स्थित ICAR - राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान में बीज उपचार के लिए विकसित की गई अत्याधुनिक मशीन का अवलोकन किया। यह मशीन कम समय और कम मेहनत में बीजों का उपचार सुनिश्चित करती है। किसान भाइयों, समय पर बीज उपचार करें, इससे न केवल बीज अच्छा अंकुरित होगा, बल्कि रोगों से भी सुरक्षित रहेगा। आपका यह छोटा-सा कदम फसल की सेहत, उपज और लाभ तीनों को सुनिश्चित करेगा।'