जिसकी मदद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने किया था कलेक्टर को फोन, उसी युवक ने करवा दी उन पर FIR
कलेक्टर को दिए शपथ पत्र में युवक ने कहा कि उसने दबाव में झूठा बयान दिया। जीतू पटवारी ने इसका वीडियो बनवाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। थाना प्रभारी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कृत्य से विभिन्न जातियों और समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने की कोशिश की गई।

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ एक युवक की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में खास बात यह है कि FIR कराने वाला युवक वही है, जो दो दिन पहले मदद मांगने के लिए खुद पटवारी के पास पहुंचा था। उसने गांव के सरपंच पति और उसके बेटे पर राशन पर्ची को लेकर हुए विवाद में मारपीट करने और कथित तौर पर मानव मल खिलाने का आरोप लगाया था। साथ ही कहा था कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है, जिसके बाद पटवारी ने उसकी मदद करने के लिए उसी वक्त कलेक्टर को फोन लगाया था और इस मामले में एक्शन लेने को कहा था। हालांकि अब वह युवक अपने आरोप से पलट गया है और उसने पटवारी के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करा दी है।
युवक का कहना है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने ही उसे बाइक दिलाने और आर्थिक मदद देने का लालच देते हुए झूठा आरोप लगाने के लिए उकसाया था, और उनके कहने पर ही उसने सरपंच और उसके बेटे पर आरोप लगाए थे। साथ ही अब तो उसने खुद को मानव मल खिलाने के आरोप को भी निराधार बता दिया है।
अब इसी मामले को लेकर उसने जीतू पटवारी पर शुक्रवार को एफआईआर भी दर्ज करा दी। जिसमें उसने बताया कि पटवारी ने ही उसे इन आरोपों को लगाने के बदले मोटरसाइकिल और आर्थिक मदद देने का वादा किया था। मुंगावली पुलिस ने इस मामले में पटवारी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल बुधवार को अशोकनगर जिले के मुंगावली थाना क्षेत्र के मूड़रा बरवाह गांव में रहने वाला युवक जीतू पटवारी से मिलने के लिए पहुंचा था। उससे हुई मुलाकात का वीडियो जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी शेयर किया था। युवक ने पटवारी से शिकायत करते हुए बताया था कि उसके भाई की मोटरसाइकिल सरपंच के पति और बेटे ने रख ली थी और जब वह बाइक लेने गया तो विकास यादव और उसके पिता राजन यादव ने उसके साथ मारपीट की और उसे गंदगी खिलाई।
हालांकि दो दिन बाद यानी शुक्रवार को युवक अपने लगाए आरोप से पलट गया और उसने कलेक्टर को दिए शपथ पत्र में स्वीकार किया कि मानव गंदगी खिलाने की घटना झूठी थी। उसने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता उन्हें ओरछा ले गए थे, वहां जीतू पटवारी ने उन्हें अमानवीय घटना का बयान देने को कहा। बदले में मोटरसाइकिल और आर्थिक मदद का वादा किया गया।
कलेक्टर को दिए शपथ पत्र में युवक ने बताया कि उसने दबाव में झूठा बयान दिया था। जिसके बाद जीतू पटवारी ने इसका वीडियो बनवाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। थाना प्रभारी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कृत्य से विभिन्न जातियों और समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया गया है।