हाईटेंशन बिजली तार बाइक में फंसा, एमपी में करेंट से 3 की जिंदा जलकर मौत
मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक ही परिवार के जिंदा तीन लोगों की जलकर मौत ही गई। तीनों बाइक सवार 11 केवी बिजली के तार की चपेट में आ गए। इससे तीनों की जिंदा जलकर मौत हो गई। कैसे हुआ हादसा विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट…

मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादस हो गया जिसमें एक ही परिवार के जिंदा तीन लोगों की जलकर मौत ही गई। तीनों गांव के दुर्गा मंदिर दर्शन को जा रहे थे। इसी दौरान जंगल के रास्ते में गिरे 11 केवी बिजली के तार में उनकी बाइक उलझ गई। इससे तीनों ही मौके पर गिर गए। इस समय अचानक करेंट चालू हो गया जिससे तीनों की जिंदा जलकर मौत हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे केस दर्ज कर लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बालाघाट जिले के लांजी पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाली सुलसुली चौकी के अंतर्गत ग्राम कंसुली के समीप जंगल में एक पेड़ की डाली 11 केवी बिजली के तार पर गिरी गई थी। इससे सड़क के पास तार नीचे तक झूल गया था।
इसी दौरान बाइक पर सवार होकर एक ही परिवार के पति पत्नी और भाई देवलगांव के दुर्गा मंदिर की ओर जा रहे थे। रास्ते में उनकी बाइक तार में फंस गई। इससे तीनों मौके पर ही गिर गए। इसी दौरान तार में करंट आ गया जिससे तीनों जिंदा जल गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि तीनों करीब एक घंटे तक बाइक के साथ जलते रहे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतकों का आधा शरीर जलकर राख हो गया था। हादसा मंगलवार को सुबह करीब 8 बजे के आसपास हुआ। स्थानीय विधायक ने मृतक परिवार को आर्थिक मदद देने की बात कही है। वहीं बिजली कंपनी की ओर से मृतक आश्रितों को 4-4 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। मृतकों में शामिल सेवकराम पांचे हैदराबाद में मजदूरी करते थे।
मृतकों में सर्रा के रहने वाले सेवकराम पांचे (30), पत्नी रेनुका पांचे (28) और सेवकराम का भाई भोजराज पांचे (28) शामिल हैं। बिजली विभाग के जेई अविनाश देशमुख ने कहा कि बिजली विभाग ने मानसून से पहले मेंटेनेंस भी कराया था लेकिन घना जंगल होने की वजह से पूरी तरह से पेड़ों की छंटाई करना संभव नहीं है। पेड़ की डाली लाइन पर गिरने से तार टूटा होगा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस जगह में यह हादसा हुआ है वहां मोड़ था। इससे तार दिखाई नहीं दिया होगा और मृतक तार की चपेट में आ गए होंगे। बताते हैं कि बाइक सवार तीनों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। सेवकराम हैदराबाद से खरीफ सीजन की खेती करने के लिए घर लौटे थे। उनकी एक बेटी है। भोजराज, सेवकराम के चाचा का लड़का था। उसकी दो बेटियां हैं।