CM मोहन यादव के काफिले की गाड़ियों में भरा पानी मिला हुआ डीजल, FIR दर्ज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले की गाड़ियों में पानी मिला हुआ डीजल भरने का मामला सामने आया है। अब इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले की गाड़ियों में पानी मिला हुआ डीजल भरने का मामला सामने आया है। अब इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने शनिवार को कहा कि असामान्य भारी बारिश होने की वजह से रतलाम में उसके पेट्रोल पंप पर फ्यूल स्टोरेज टैंकों में पानी घुस गया। बीसीसीएॉल ने यह भी कहा कि घटना के मद्देनजर पेट्रोल पंप से फ्यूल के सैंपल इकट्ठे किए गए है और टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं।
यह घटना 26 जून को रतलाम के डोसीगांव में शक्ति फ्यूल्स पेट्रोल पंप पर रात करीब 10 बजे हुई। अधिकारियों के अनुसार, वहां फ्यूल भरने के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री के काफिले की सभी गाड़ियां खराब हो गईं और उन्हें धक्का देकर सड़क के किनारे खड़ा करना पड़ा। इसके बाद प्रशासन ने इंदौर से नई गाड़ियों की व्यवस्था की और पेट्रोल पंप को भी सील कर दिया।
सरकारी रिलीज के अनुसार, राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने रतलाम की घटना का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को तेल कंपनियों के साथ बैठक कर जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने सभी पेट्रोल पंपों की जांच के निर्देश भी दिए हैं।
बयान में कहा गया है कि इस मामले में दोषी पंप संचालक के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 377 के साथ ही मोटर स्पिरिट एवं उच्च लागत डीजल (आपूर्ति एवं वितरण का विनियमन तथा कदाचार निवारण) आदेश 2005 के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। बयान में कहा गया है कि रतलाम जिले के खाद्य विभाग के अधिकारियों ने तुरंत पंप का दौरा किया और पेट्रोल और डीजल के सैंपल लेकर बीपीसीएल की इंदौर स्थित प्रयोगशाला भेजे गए।
बीपीसीएल ने एक बयान में कहा, हम मध्य प्रदेश के रतलाम में फ्यूल स्टेशन, मेसर्स शक्ति फ्यूल प्वाइंट पर डीजल टैंक में पानी की मौजूदगी की एक घटना से हमारे ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए गहरा खेद व्यक्त करते हैं, जिसकी वजह से 26 जून, 2025 की शाम को कुछ वाहन प्रभावित हुए। बयान में कहा गया, खाद्य निरीक्षक और तहसीलदार सहित सरकारी अधिकारियों द्वारा किए गए शुरुआती टेस्टिंग में भूमिगत हाई-स्पीड डीजल (एचएसडी) टैंक में पानी का पता चला। इसके विपरीत पेट्रोल (एमएस) टैंक अप्रभावित रहा।
बीसीसीएल ने कहा कि शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि दिन के दौरान क्षेत्र में भारी बारिश के कारण डीजल टैंक में पानी घुस गया। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने कहा कि डीलर ने मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार उस सुबह पेट्रोल और डीजल दोनों टैंकों की जांच की थी और दोनों टैंकों में पानी की मौजूदगी नहीं पाई गई थी।
बयान में कहा गया कि उसी पेट्रोल पंप से पेट्रोल भी बेचा गया लेकिन इसमें कोई शिकायत नहीं आई। बीसीसीएल ने कहा कि स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों के बाद, पेट्रोल पंप को 26 जून को रात 11.45 बजे बंद कर दिया गया, ईंधन के नमूने एकत्र किए गए और परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने कहा कि जांच के परिणाम जल्द ही आने की उम्मीद है और एहतियात के तौर पर पेट्रोल पंप से सभी बिक्री और सप्लाई रोक दी गई है और फ्यूल स्टेशन को बंद कर दिया गया है।