चल रही थी सदन की कार्यवाही और बीजेपी पार्षद फाड़ने लगा अपने कपड़े, वजह भी जान लीजिए
ग्वालियर नगर परिषद में बैठक के दौरान विरोध प्रदर्शन का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। बैठक के दौरान जनता के मुद्दे उठाते हुए बीजेपी पार्षद अचानक अपने कपड़े फाड़ने लगे।

बीजेपी पार्षद ब्रजेश श्रीवास ने सीवर और पानी की समस्या को लेकर कपड़े फाड़कर विरोध जताया। जनता की परेशानी को सदन तक पहुंचाने का अनोखा तरीका। नगर निगम ने समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन पार्षदों ने इसे नाकافی बताया।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर नगर परिषद की बैठक में उस समय हड़कंप मच गया, जब बीजेपी के पार्षद ब्रजेश श्रीवास ने सदन की कार्यवाही के दौरान अपने कपड़े फाड़कर अनोखा विरोध जताया। यह नजारा शुक्रवार को देखने को मिला, जब सदन में स्थानीय मुद्दों पर चर्चा चल रही थी।
ब्रजेश श्रीवास ने इस नाटकीय कदम के पीछे शहर में व्याप्त सीवर और पेयजल संकट को वजह बताया। उन्होंने कहा, 'शहर की जनता सीवर की बदबू और पानी की किल्लत से त्रस्त है। लोग सड़कों पर उतरकर कपड़े फाड़ने को मजबूर हैं। हम जनता के प्रतिनिधि हैं, इसलिए मैंने सदन में यह कदम उठाया ताकि उनकी पीड़ा को जोरदार तरीके से उठाया जा सके।'
सीवर और पानी की समस्या ने उभारा गुस्सा
ग्वालियर में लंबे समय से सीवर लाइनों की सफाई और रखरखाव की कमी के कारण कई इलाकों में गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। इसके अलावा, कई वार्डों में पेयजल की आपूर्ति अनियमित है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं। पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहे। ब्रजेश श्रीवास ने इस मुद्दे को सदन में उठाने की कोशिश की, लेकिन जवाब न मिलने पर उन्होंने यह अनोखा तरीका अपनाया।
सदन में मचा बवाल
ब्रजेश के इस कदम के बाद सदन में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। अन्य पार्षदों और अधिकारियों ने उन्हें शांत करने की कोशिश की, लेकिन ब्रजेश ने कहा कि जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होगी, वह चुप नहीं बैठेंगे। बैठक में मौजूद अन्य बीजेपी पार्षदों ने भी सीवर और पानी की समस्या को लेकर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
हंगामे के बाद कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा। बैठक में पक्ष और विपक्ष के पार्षदों में जमकर बहसबाजी हुई। हंगामे के बीच सभापति ने पार्षद बृजेश समेत चार पार्षदों को बाहर कर दिया।