बुजुर्गों को नहीं खाने चाहिए ये 5 फल, फायदे की जगह पहुंचा सकते हैं नुकसान
हर फल हर उम्र के लोगों के लिए ठीक नहीं होता। खासतौर पर बढ़ती उम्र के लोगों के लिए कुछ फल नुकसान पहुंचा सकते हैं। शरीर की धीमी पाचन क्रिया, बढ़ता ब्लड शुगर या किडनी की परेशानी जैसे कारणों से कुछ फल परेशानी बढ़ा सकते हैं।

फल आमतौर पर सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। इनमें विटामिन, फाइबर और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे शरीर को एनर्जी मिलती है और साथ ही रोगों से लड़ने में मदद भी। लेकिन हर फल हर उम्र के लोगों के लिए ठीक नहीं होता। खासतौर पर बढ़ती उम्र के लोगों के लिए कुछ फल नुकसान पहुंचा सकते हैं। शरीर की धीमी पाचन क्रिया, बढ़ता ब्लड शुगर या किडनी की परेशानी जैसे कारणों से कुछ फल परेशानी बढ़ा सकते हैं। चलिए जानते हैं कुछ ऐसे ही फलों के बारे में जो बढ़ती उम्र के लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
आम
फलों का राजा आम स्वाद में मीठा और स्वादिष्ट तो होता है, जो लगभग सबको पसंद आता है। लेकिन बुजुर्गों के लिए ये फल थोड़ा नुकसानदायक हो सकता है। आम में शुगर कंटेंट बहुत ज्यादा पाया जाता है, जिस वजह से इसे खाने से ब्लड शुगर लेवल के साथ-साथ एसिडिटी बढ़ सकती है। इसलिए 60 की उम्र के बाद आम का सेवन लिमिट में ही करना चाहिए। खासतौर पर अगर आपको डायबिटीज की शिकायत है तो आम कम ही खाएं। इसके अलावा आम खाते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखें। जैसे कभी भी खाली पेट आम ना खाएं, अगर आपको डायबिटीज है तो एक दिन में सिर्फ 2-3 स्लाइस आम ही खाएं। रात में आम खाना अवॉइड करें और साथ ही जब भी आम खाएं तो कोशिश करें कि इसके साथ कोई प्रोटीन रिच फूड भी खाएं।
चीकू
चीकू नेचुरल कैंडी की तरह होता है, जिसमें शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा पाई जाती है। डायबिटीज पेशेंट के लिए यह फ्रूट बहुत ही नुकसानदायक होता है, इसके साथ ही इसे खाने से वजन तेजी से बढ़ता है। इसलिए 60 की उम्र के बाद चीकू का सेवन बहुत ही लिमिट में करना चाहिए। अगर आपको डायबिटीज या मोटापे से जुड़ी बीमारी है, तो चीकू खाना अवॉइड ही करें या कभी-कभी सिर्फ थोड़ी मात्रा में ही चीकू का सेवन करें।
लीची
लीची बहुत ही मीठा और स्वादिष्ट होती हैं, साथ ही इसमें न्यूट्रिशन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। लेकिन इसमें भी शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसलिए डायबिटीज पेशेंट को एक बार में एक या दो से ज्यादा लीची नहीं खानी चाहिए। इसके अलावा 60 की उम्र के बाद भी लीची का सेवन कंट्रोल में करना जरूरी है। इसके अलावा कोशिश करें कि लीची को सुबह या दोपहर के समय ही खाएं, शाम के टाइम इसे खाना अवॉइड करें।
तरबूज
तरबूज समर सीजन का फेवरेट फ्रूट है, जिसे खाने से शरीर तरोताजा हो जाता है। ये ऐसा फ्रूट है, जो लगभग सबको पसंद होता है। यूं तो यह पल काफी फायदेमंद है लेकिन सीनियर्स को इसका सेवन सतर्कता के साथ करना चाहिए। दरअसल तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ही ज्यादा होता है, जिस वजह से इसे खाने से शुगर लेवल काफी तेजी से बढ़ता है। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में तरबूज खाने से ब्लोटिंग की भी शिकायत होने लगती है। इसलिए सीनियर्स को इस लिमिट में ही खाना चाहिए और अगर आपको डायबिटीज की प्रॉब्लम है तो इसे पूरी तरह से अवॉइड करें।
कटहल
यू टू नॉर्मली कटहल को सब्जी माना जाता है लेकिन एक्चुअल में यह फ्रूट होता है। यह खाने में बहुत टेस्टी लगता है लेकिन इसे पचाना उतना ही मुश्किल होता है। कटहल बहुत हैवी होता है, जिसे खाने से सीनियर्स को गैस, ब्लोटिंग के साथ कांस्टिपेशन की प्रॉब्लम हो सकती है। इसलिए सीनियर्स को कटहल खाने से भी परहेज करना चाहिए।
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