ठाकुरबाड़ी से निकली रथयात्रा, तो दिखा आस्था का जनसैलाब
सिमडेगा में रथ यात्रा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने विभिन्न ठाकुरबाड़ियों में पूजा-अर्चना की। टुकूपानी से मौसीबाड़ी श्रीरामजानकी मंदिर तक रथ यात्रा निकाली गई, जिसमें भक्त उत्साह से रथ...

सिमडेगा, हिन्दुस्तान टीम। जिला मुख्यालय और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में रथ यात्रा का त्योहार शुक्रवार को धुमधाम से मनाया गया। जिले में रथ यात्रा के अवसर पर विभिन्न ठाकुरबाड़ी में प्रात: से ही दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मौके पर जिले के टुकूपानी, गरजा, कुलूकेरा, जोराम, ताराबोगा, खिजुरटांड, जलडेगा कोनमेरला, परबा, बीरू, तामड़ा, लचरागढ़, भंवरपहाड़, बानो एवं बोलबा के समसेरा में रथ यात्रा निकाली गई। टुकूपानी स्थित ठाकुरबाड़ी में प्रात: पूजन के बाद मंदिर का पट्ट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। भोग निवेश के बाद वहां उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया। दोपहर बाद शाम चार बजे ठाकुरबाड़ी-टुकूपानी से मौसीबाड़ी श्रीरामजानकी मंदिर के लिए रथ यात्रा निकाली गई।
इस क्रम में खैरनटोली, भट्ठीटोली, नीचे बाजार से लेकर रामजानकी मंदिर तक जगह-जगह श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन-पूजन किया गया। श्रद्धालुओं में भगवान के रथ को खींचने का उत्साह चरम पर रहा। श्रद्धालु हरि बोल के जयकारे के साथ भगवान के रथ को खीचते हुए मौसी बाड़ी ले जा रहे थे। रथ यात्रा में विधि व्यवस्था बनाए रखने में एसडीओ प्रकाश ज्ञानी रंजन, सीओ मो इम्तियाज, टाउन थाना प्रभारी रोहित कुमार रजक सहित पुलिस जवान मुस्तैद दिखे। मौसीबाड़ी में हुआ महाप्रभु का स्वागत मौसीबाड़ी श्रीरामजानकी मंदिर में रथ के पहुंचते ही भक्तों ने हरि बोल के नारों से जगन्नाथ महाप्रभु, बड़े भाई बलभद्र और माता सुभद्रा का स्वागत किया। शंख-घंट की आवाजों से वातावरण गुंजायमान रहा। विग्रहों का पूजन और आरती कर उन्हें विशेष कक्ष में आसन दिया गया। यहां नौ दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद घुरती रथयात्रा के दिन महाप्रभु ठाकुरबाड़ी लौटेंगे। बानो के हुरदा व कोलेबिरा के बरसलोया में भी रथ यात्रा निकाली गई। मौके पर प्रसाद का भी वितरण किया गया। कुरडेग में निकाला गया रथ यात्रा कुरडेग के कुटमाकच्छार गांव में शुक्रवार को रथयात्रा का आयोजन किया गया। रथयात्रा भगवान जगन्नाथ,बलभद्र और बहन सुभद्रा की मूर्तियों को रथ पर विराजित कर जगन्नाथ मंदिर से मौसीबाड़ी तक निकाली गई। बीरू राजघराने के कौशल राज सिंहदेव ने पूजा अर्चना की और फिर रथयात्रा शुरू हुई। यात्रा पारंपरिक रूप से गाजे बाजे के साथ भारी संख्या में भक्तों के द्वारा रथ खींचकर निकाली गई। मौके पर जिप उपाध्यक्ष सोनी पैंकरा, रामचन्द्र साय, सूरज बीसी, गणेश पातर, विनोद बीसी, दिनेश महाराज, सुमन्त सिंह आदि उपस्थित थे। बोलबा के समसेरा में भी रथयात्रा का आयोजन किया गया।
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