धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्द हटाने की मंशा देश विरोधी : कैलाश यादव
रांची में आरएसएस के दत्तात्रेय होसबाले और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविधान की प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्द हटाने का प्रस्ताव दिया। राजद के कैलाश यादव ने इसे संविधान विरोधी...

रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो आरएसएस के कार्यवाहक सर संघचालक दत्तात्रेय होसबाले और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा संविधान की मूल प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्द हटाने की बात पर राजद के प्रदेश महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे भाजपा-आरएसएस की बहुजन विरोधी मानसिकता और संविधान विरोधी मंशा बतायी। कैलाश यादव ने कहा कि भारत विविधता में एकता का प्रतीक है, जहां सभी धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों के लोग रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लंबे समय से संविधान बदलने के एजेंडे पर काम कर रही है और अब आरएसएस नेता और केंद्रीय मंत्री ने उसकी पुष्टि कर दी है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान देश की न्यायिक, विधायी और कार्यपालिका संस्थाओं को मजबूती देता है और बहुसंख्यकवाद के दुरुपयोग को रोकता है। धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्द देश की सामाजिक एकता व बहुजन हितों की रक्षा करते हैं। राजद ऐसे किसी भी प्रयास का पुरजोर विरोध करेगा।
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