बोले रांची : कहने को शहरी क्षेत्र पर न तो अच्छी सड़क है न साफ नाली
डिस्टिलरी पुल स्थित चूना भट्ठा रोड नंबर 1 में आठ सौ से अधिक लोग रहते हैं। यह इलाका शहर के बीचों-बीच स्थित है। यहां रहने वाले लोग अभी भी बुनियादी सुविधाओं से मरहूम हैं। हिन्दुस्तान के बोले रांची अभियान के तहत यहां के लोगों ने बताया कि मोहल्ले में न तो अच्छी सड़के हैं न दुरुस्त नालियां।

रांची, संवाददाता। डिस्टिलरी पुल स्थित चूना भट्ठा रोड नंबर-एक के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। स्थानीय लोगों ने हिन्दुस्तान के बोले रांची अभियान में अपनी परेशानियों को साझा किया और कहा कि वर्तमान में उनकी सबसे बड़ी परेशानी सड़क की है। मोहल्ले की अधिकांश सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। पक्की सड़क है ही नहीं। इसके कारण लोगों को यहां आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं नालियों का हाल भी बदतर है। थोड़ी ही देर की बारिश में पूरा इलाका जलमग्न हो जाता है।
कच्ची सड़क पर लोग अपने घरों से टूटे-फूटे पत्थरों को लाकर भर देते हैं। सड़क भी इन्हीं पत्थरों के कारण ऊबड़-खाबड़ हो गई है। लोगों के आवगमन में भी काफी असुविधा हो रही है। वाहन चालकों को इन सड़कों से होकर गुजरने में भी काफी समस्या होती है। लोगों के मन में किसी भी प्रकार के हादसे होने का डर रहता है। कई लोगों ने बताया कि घर भी इसी इलाके में है। इसलिए, रास्ते का उपयोग करना पड़ता है, नहीं तो कई लोग रोड की इस स्थिति से परेशान होकर दूसरे रास्ते का प्रयोग भी करते हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके की सड़क ग्रामीण इलाकों से भी काफी अधिक खराब है। बताया कि बच्चों के स्कूल और जरूरी काम के लिए इसी रास्ते का उपयोग कर आना-जाना पड़ता है। इस दौरान सड़कों पर पानी भरा होने के कारण आने-जाने में समस्या होती है। बरसात के दिनों में यह स्थिति और भी दयनीय हो जाती है। हमलोगों को आने-जाने के लिए दूसरे रास्तों का भी उपयोग करना पड़ता है। सड़क लोगों की सुविधा के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन यह सड़क आज तक नहीं बनी, जिससे लोगों को असुविधा हो रही है। बरसात के दिनों में केवल सड़क खराब होने की ही वजह से कई लोग गंभीर रूप से दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। सड़क के गड्ढों में पानी भर जाता है। इस वजह से कई वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। सबसे अधिक समस्या लोगों के आवगमन में होती है। साथ ही बरसात के दिनों में भी बच्चों को स्कूल व कोचिंग आने-जाने में काफी समस्या होती है। स्थानीय व्यपारियों के व्यापार पर भी सड़क खराब का असर पड़ता है।
उन्होंने बताया कि सड़क खराब होने की वजह से लोग सामान तक खरीदने नहीं आते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क का भी चौड़ीकरण किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अपातकालीन स्थिति में मोहल्ले के अंदर एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड भी आसानी से समय पर पहुंच सके। सड़क खराब होने के कारण अक्सर लोगों की गाड़ियों कई प्रकार की समस्याएं होती हैं। आवगमन में टायर पंचर हो जाता है। लोगों ने बताया कि नियमित रूप से नगर निगम को टैक्स देने के बाद भी इलाके में किसी भी प्रकार की कोई सुविधा है ही नहीं। इन समस्याओं को लेकर कई बार हमलोगों ने पूर्व के वार्ड पार्षद और नगर निगम पदाधिकारियों को भी आवेदन दे चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस ही बनी हुई है। लोगों का कहना है कि जब शिकायत के आवेदन लेकर निगम कार्यालय जाते हैं, तो वहां भी आवेदन लेने में टालमटोल किया जाता है। ऐसे में काम कहां से होगा।
कचरे का उठाव नहीं, गंदगी से पनप रहे मच्छर और मक्खी
चूना भट्ठा रोड नंबर-एक में रहने वाले लोगों ने बताया कि इलाके में कभी भी नियमित रूप से साफ-सफाई तक नहीं होती। नालियां भी खुली रहती है। कचरे का उठाव भी कभी नहीं होता। गंदगी होने के कारण बरसात के दिनों में मक्खी और मच्छरों का आतंक काफी बढ़ जाता है। इलाके में कभी भी मच्छरों को मारने के लिए फॉगिंग की गाड़ियां नहीं आती हैं, जिससे इलाके में मलेरिया के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
खुली नालियां ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहती हैं, लोग परेशान
मोहल्ले की अधिकांश नालियां खुली हुईं हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, नालियों की कभी भी साफ-सफाई नहीं की जाती है। मोहल्ले का ड्रेनेज सिस्टम भी खराब हो चुका है। इस वजह से इलाके की सभी नालियां गंदगी और कचरों से भरी पड़ी हैं। बरसात के दिनों में अक्सर नालियां ओवरफ्लो हो जाती हैं, जिससे नाली का पानी सड़क पर फैल जाता है। इस वजह से इलाके में लोगों को रहना मुश्किल हो गया है।
चूना भट्टा की कई गलियों में अभी तक स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगी
चूना भट्ठा रोड नंबर 1 में स्ट्रीट लाइट भी काफी कम लगे हुए है,जिस कारण शाम होते ही कॉलोनी में अंधेरा सा छा जाता है। इलाके में स्ट्रीट लाइट लगे हुए है,लेकिन इनकी संख्या भी काफी कम है। साथ ही उनमें से कुछ जलते है और कुछ नहीं भी जलते है। इस कारण शाम होते ही पूरे इलाके में अंधेरा छा जाता है। शाम होते ही इलाके में रहने वाले लोगों को संभलकर चलना पड़ता है।
मोहल्ले से रोजाना नहीं होता कचरे का उठाव
नगर निगम की ओर से हर घर कचरा का उठाव होना है, लेकिन इस इलाके में कभी भी नगर निगम की गाड़ियां कचरा का उठाव करने नहीं आती। कभी भी अगर आ भी गई तो केवल कुछ ही मोहल्ले से कचरा उठाती है। मोहल्ले के अधिकांश लोग बगल में ही मैदान खाली होने के कारण कचरा फेंकना शुरू कर दिए हैं। मैदान के चारों ओर कचरा पसरा हुआ रहता है। कई जगहों पर कचरे का अंबार लगा रहता है। साफ-सफाई नहीं होती है। कचरों से आने वाली बदबू के कारण लोग परेशान हैं। अभी बरसात में बारिश होने से गंदगी होने के कारण इलाके में मच्छरों का भी प्रकोप तेजी से बढ़ने लगता है। कीड़े सड़क पर घूमते रहते हैं।
सफाई पूरी तरह बंद
इलाके में सड़कों की हालत बेहद ही जर्जर हो चुकी है। सड़क खराब होने के कारण लोगों को आने-जाने समस्याएं होती हैं। बरसात के दिनों में सड़कों के गड्ढों में पानी भर जाता है। आमलोगों को सड़कों में हुए गड्ढों के बारे में पता नहीं चल पाता है, जिस कारण बरसात के दिनों में दुर्घटना की भी संख्या बढ़ जाती है। इसे जल्द बनाया जाए।
-जयंती कुमारी
कॉलोनी के सभी लोग नगर निगम को नियमित रूप से टैक्स देते हैं, लेकिन स्थानीय निवासियों को किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नगर निगम से नहीं मिल पाती है। इस वजह से लोगों को गंदगी में रहना पड़ता है। इलाके में नियमित रूप से साफ-सफाई तक नहीं होती है। गंदगी की वजह से इलाके में मच्छरों का आतंक भी बढ़ता ही जा रहा है।
- गौरव रंजन
स्ट्रीट लाइट नहीं होने से शाम होते ही छा जाता है अंधेरा
कॉलोनी में नगर निगम के द्वारा सप्लाई वाटर की आपूर्ति के लिए पाइप बिछाई गई है। इनमें से अधिकांश पाइप क्षतिग्रस्त हो चुकी है। -कीर्तिमान
कॉलोनी में पक्की सड़क नहीं होने की वजह से बरसात के दिनों में पूरा इलाका कीचड़ हो जाता है। आवगमन में समस्याएं होती हैं। -लक्ष्मी नारायण
इलाके की अधिकांश नालियां खुली हुई हैं, लेकिन इनकी नियमित रूप से सफाई नहीं होती है। निगम को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। -अमरनाथ शर्मा
इलाके में कई बिजली के पोल पर भी तारों का जंजाल लगा हुआ है। इस वजह से बरसात के दिनों में हमेशा हादसे का डर बना रहता है। - अविनाश
इलाके में कई बिजली के पोल पर भी तारों का जंजाल लगा हुआ है। इस वजह से बरसात के दिनों में हमेशा हादसे का डर बना रहता है। - अविनाश
कॉलोनी में स्ट्रीट लाइट काफी कम है। इस वजह से शाम होते ही इलाके में अंधेरा छा जाता है, जिससे लोगों को रात में ज्यादा परेशानी होती है। -गौतम रंजन
नगर निगम को नियमित रूप से टैक्स देने के बाद भी इलाके में किसी भी तरह की बुनियादी सुविधाएं नहीं मिलती। फिर क्यों टैक्स लेता है। -महेश
मोहल्ले की अधिकांश सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, जिस कारण आमलोगों को आवगमन करने में काफी परेशानी होती है।
-रविकांत जायसवाल
नगर निगम की ओर से हर घर कचरा का उठाव नहीं किया जाता है। कॉलोनी में सप्ताह में केवल एक बार ही कचरे की गाड़ी आती है। -सबिता देवी
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