इंजीनियर बनकर देश सेवा करना चाहता गफ्फार
विद्या खरीदी नहीं जा सकती इसे कठिन परिश्रम से हासील किया जा सकता है। इसका जिता जागता उदाहरण जयनगर कोडरमा निवासी मुख्तार अली का छोटा बेटा गफ्फार अंसारी

केदला, निज प्रतिनिधि। विद्या खरीदी नहीं जा सकती इसे कठिन परिश्रम से हासिल किया जा सकता है। इसका जिता जागता उदाहरण जयनगर कोडरमा निवासी मुख्तार अली का छोटा बेटा गफ्फार अंसारी ने दिया है। जैक की परिक्षा में राजीव गांधी इंटर कॉलेज पिंडरा तापीन से गफ्फार अंसारी ने विज्ञान संकाय का परीक्षा दिया था। इस परीक्षा में 452 अंक प्राप्त कर रामगढ़ जिला में तीसरा स्थान पाने का गौरव प्राप्त किया है। गफ्फार के पिता ड्राइवर हैं जो निजी वाहन चलाकर किसी प्रकार घर गृहस्थी की गाड़ी चला रहे हैं। वहीं गफ्फार की मां गृहणी है। चार भाई बहनों में गफ्फार सबसे छोटा है।
घर की माली हालात ठिक नहीं रहने के कारण वह चरही अपने बुआ के यहां रहकर राजीव गांधी इंटर कॉलेज पिंडरा तापीन से पढ़ाई कर रहा था। गफ्फार इस सफलता का श्रेय अपने अभिभावक और शिक्षकों को देना चाहता है। उसने आने वाले पिढ़ी को सफल होने के लिए अनुसाशन और सच्चि लगन के साथ पढ़ाई करने की बात कही है। वह भविष्य में इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहता है।
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