नशा से होती है शारीरिक, आर्थिक और सामाजिक हानि
मादक पदार्थ निषेध दिवस के अवसर पर कोडरमा में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों और आमजन को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराना था। मुख्य अतिथि गौतम कुमार ने युवा पीढ़ी...

कोडरमा, वरीय संवाददाता। मादक पदार्थ निषेध दिवस के अवसर पर गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए), कोडरमा के तत्वावधान में परियोजना बालिका उच्च विद्यालय एवं आदर्श मध्य विद्यालय, कोडरमा में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों और आमजन को नशा के दुष्परिणामों से अवगत कराना और एक नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएलएसए सचिव गौतम कुमार ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी शराब, तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, खैनी जैसे नशीले पदार्थों की गिरफ्त में फंसती जा रही है, जो चिंता का विषय है। विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित एलएडीसीएस की डिप्टी चीफ किरण कुमारी एवं अधिवक्ता अरुण कुमार ओझा ने नशा के पारिवारिक और सामाजिक प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशे की लत से परिवारों में कलह बढ़ती है, रिश्ते टूटते हैं और अपराधों की संख्या में वृद्धि होती है।
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