राहत नहीं आफत बनकर बरस रहा मॉनसून,भारी बारिश ने तो रांची का हाल खराब कर दिया
आसमान से पानी इतना ज्यादा बरसा कि लोगों के घर फिर से डूबने लगे। निचले इलाकों में बने घरों में रहने वालों की स्थिति और भी ज्यादा बदतर हो गई। अपार्टमेंट तक में घुटने भर तक पानी भर जाने से लोग परेशान हैं।

झारखंड में इस बार का मॉनसून राहत से ज्यादा आफत लेकर आया है। राजधानी रांची इस आसमानी प्रकोप से सबसे ज्यादा जूझ रहा है। शहर और आस-पास के इलाकों में सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। सड़कें दरिया बनने के साथ बरसात का पानी घरों में घुस रहा है। दो दिन पहले जोरदार बरसात के बाद आज रविवार को दोपहर बाद हुई बारी बारिश ने फिर से शहर को डुबा दिया है।
आसमान से पानी इतना ज्यादा बरसा कि लोगों के घर फिर से डूबने लगे। निचले इलाकों में बने घरों में रहने वालों की स्थिति और भी ज्यादा बदतर हो गई। अपार्टमेंट तक में घुटने भर तक पानी भर जाने से लोग परेशान हैं। नाला जाम होने के कारण और बिल्डर के द्वारा खराब निर्माण करने से दीपाटोली के एकलव्य टावर में पानी भर गया। यहां रहने वाले लोग रेरा में केस दर्ज करा चुके हैं,बावजूद इसके लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है। सभी का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
रांची के कई घरों में तो हालात और भी भयावह नजर आए। कई स्थानों पर तो लोगों का पूरा बेड तक डूब गया। टेबल कुर्सी तक पानी में डूबे नजर आए। मेज पर रखे टीवी तक पानी भर गया। नालों की साफ सफाई नहीं और इसके अंदर कचरा जमा होने से कई स्थानों पर तो गंदा पानी सड़कों पर बहता नजर आया। दो दिन पहले भी लगातार चार दिन तक हुई बारिश में रांचीवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। एक दिन राहत मिलने के बाद फिर से इंद्रदेव कहर बनकर बरसें हैं। मॉनसून के शुरुआती दौर की बारिश में रांची पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुकी है। इस अव्यवस्था का बड़ा कारण नगर निगम की ओर से समय रहते साफ सफाई नहीं करने और नालों को जैसे-तैसे छोड़ देना ही बड़ा कारण माना जा रहा है।