टाटानगर रेलवे यार्ड में फिर जमा बारिश का पानी
टाटानगर रेलवे यार्ड में बारिश के कारण पानी जमा हो गया, जिससे मालगाड़ियों के परिचालन में दिक्कत हुई। यात्री ट्रेनों पर असर नहीं पड़ा। डीआरएम तरुण हुरिया ने स्थिति का निरीक्षण किया और जल निकासी के...

टाटानगर रेलवे यार्ड में एक बार फिर बारिश का पानी जमा हो गया, जिससे शुक्रवार को मालगाड़ियों के परिचालन में रेल कर्मचारियों को खासी परेशानी हुई। हालांकि, यात्री ट्रेनों के संचालन पर असर नहीं पड़ा। रेलकर्मी यार्ड की लाइनों से पानी निकालने में जुटे रहे। जलजमाव की सूचना पर चक्रधरपुर के डीआरएम तरुण हुरिया स्वयं टाटानगर पहुंचे। यहां टाटानगर के अधिकारियों ने मोटर पंप की मदद से जल निकासी का कार्य शुरू करा दिया। यार्ड में निरीक्षण के बाद डीआरएम ने स्टेशन इंजीनियर को जलजमाव से स्थायी समाधान निकालने का निर्देश दिया। बताया जाता है कि गुरुवार रात हुई भारी बारिश के कारण लोको कॉलोनी की ओर से बहता पानी यार्ड की लाइनों पर जम गया।
जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण 19 जून को भी यार्ड की लाइन पर घुटनेभर पानी जमा हो गया था, जिस वजह से ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ था। उसी दिन दक्षिण पूर्व जोन के महाप्रबंधक ने झारसुगुड़ा का निरीक्षण छोड़कर टाटानगर यार्ड का दौरा किया था। उस समय दो दिन तक कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी थीं और मुंबई तथा अहमदाबाद रूट की गाड़ियां बदले मार्ग से चलाई गई थीं, जिससे हजारों यात्री प्रभावित हुए थे। जानकार बताते है कि लोको क्रॉसिंग के नीचे अंडरब्रिज बनने के बाद से ही यार्ड से जल निकासी की समस्या शुरू हुई है। पहले बारिश के बावजूद यार्ड में पानी नहीं जमा होता था। शुक्रवार दोपहर बाद यार्ड की लाइन से ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो गया, जिससे कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। हालांकि इंजीनियरिंग विभाग अब भी स्थायी समाधान तलाशने में जुटा है, ताकि भविष्य में जलजमाव की समस्या न हो।
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