कुख्यात निसार हसन को पुलिस ने सड़क पर पैदल घुमाया
दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार हुए 50 हजार के इनामी अपराधी निसार हसन को मानगो पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में कोर्ट लाया। निसार अमरनाथ सिंह गिरोह का सक्रिय सदस्य और पवन यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। उसे...

दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लाए गए 50 हजार के इनामी अपराधी निसार हसन उर्फ निशु को मानगो पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश करने से पहले कड़ी सुरक्षा के बीच पैदल मार्च कराया। इस दौरान पुलिस ने शहरवासियों और अन्य अपराधियों को यह स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की कि कानून के हाथ लंबे हैं और अपराध की राह पर चलने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अपराधी को मानगो थाना से न्यायालय ले जाया जा रहा था, इस बीच थाना की गाड़ी मानगो चौक के समीप तकनीकी खराबी का शिकार हो गई। इसके बाद निसार को पैदल ही एमजीएम अस्पताल होते हुए कोर्ट तक लाया गया।
हालांकि बाद में थाने की गाड़ी एमजीएम के पास पहुंच गई और सुरक्षा के बीच उसे कोर्ट में पेश किया गया। मानगो थाना प्रभारी निरंजन कुमार ने बताया कि अपराधी निसार को पैदल कोर्ट लाने का निर्णय तकनीकी कारणों के साथ-साथ रणनीतिक भी था। इससे न केवल उसकी सार्वजनिक बेइज्जती हुई, बल्कि अन्य अपराधियों के बीच भी भय का माहौल बना। उन्होंने कहा कि अपराधियों के मनोबल को तोड़ने के लिए इस तरह की कार्यवाही समय-समय पर की जाती है। चार दिन की रिमांड के बाद जेल भेजा गया चार दिन की पुलिस रिमांड के बाद निसार को मंगलवार को पुनः न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि निसार अमरनाथ सिंह गिरोह का सक्रिय सदस्य था और पवन यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। साथ ही वह रंगदारी, फायरिंग और हत्या की कई वारदात में भी संलिप्त रहा है। गिरोह को पुनर्जीवित करने में लगा था 27 अगस्त 2023 को मानगो गुरुद्वारा रोड स्थित ग्वाला बस्ती में स्वर्णरेखा नदी के किनारे स्थित खटाल के पास अपराधियों ने पवन यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक के भाई मंतोष यादव के आवेदन पर दर्ज इस कांड में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नौ अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन मुख्य आरोपी निसार फरार हो गया था। इस केस की फाइल दोबारा खोली गई है। फरारी के दौरान उसने राजा सिंह की हत्या कराई और बोड़ाम के डिमना लेक रोड पर आशुतोष ओझा उर्फ अंशु पर जानलेवा हमला कराया। वह गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर जमीन कारोबारियों से रंगदारी वसूली कर रहा था। साथ ही गिरोह को पुनर्जीवित करने के लिए इलाके में फायरिंग व हत्या की वारदात को अंजाम देने लगा। एसएसपी ने दी जानकारी, 50 हजार का इनामी एसएसपी पीयुष पांडेय ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि वारदात के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बहरीन भाग गया है। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय प्रथम) भोला प्रसाद सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने जांच के बाद गृह मंत्रालय के माध्यम से लुकआउट सर्कुलर जारी कराया, जिसके तहत वह दिल्ली एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन जांच के दौरान दबोच लिया गया। निसार की गिरफ्तारी जमशेदपुर पुलिस के इतिहास में लुकआउट सर्कुलर के जरिए हुई पहली बड़ी कामयाबी है। झारखंड सरकार ने इस अपराधी की गिरफ्तारी पर ₹50 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था। उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि स्वयं एसएसपी ने की। एसएसपी का कहना है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी और कानून-व्यवस्था को भंग करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
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