Hindi NewsJharkhand NewsGridih NewsStranded Migrant Workers in Dubai Struggle for Survival Amidst Wage Delays

दुबई में फंसे प्रवासी मजदूरों व उनके परिजनों के समक्ष खाने-पीने के लाले

दुबई में फंसे प्रवासी मजदूरों को तीन महीने से मजदूरी नहीं मिली है, जिससे उन्हें और उनके परिवारों को खाने-पीने में कठिनाई हो रही है। मजदूरों की पत्नियों ने सरकार से बकाया मजदूरी के भुगतान और उनके...

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहFri, 27 June 2025 05:15 AM
share Share
Follow Us on
दुबई में फंसे प्रवासी मजदूरों व उनके परिजनों के समक्ष खाने-पीने के लाले

बगोदर, प्रतिनिधि। दुबई में फंसे प्रवासी मजदूरों को तीन महीने से मजदूरी नहीं मिल रही है इससे उनके समक्ष खाने - पीने के लाले पड़े हुए हैं। वहीं मजदूरी नहीं मिलने से मजदूरों के द्वारा रुपए भी घर नहीं भेजे जा रहे हैं। इससे उनके परिजनों के समक्ष भी खाने-पीने के लाले पड़ गए हैं। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी प्रभावित हो रही है। इससे परिजन चिंतित रह रहे हैं। दुबई में फंसे मजदूरों के परिजनों ने बकाया मजदूरी के भुगतान के साथ उन्हें सकुशल घर भेजे जाने की मांग की है। दुबई में फंसे बगोदर के अंबाडीह के रहनेवाले प्रवासी मजदूर महेंद्र महतो एवं बैजनाथ महतो के परिजनों से गुरूवार को हिन्दुस्तान के इस प्रतिनिधि ने मुलाकात कर उनकी परेशानियों को जाना है।

दुबई में फंसे प्रवासी मजदूर बैजनाथ महतो की पत्नी कौशिला देवी ने कहा कि डेढ़ साल पहले उनके पति दुबई गए थे। तब लगा था कि घर की दशा में सुधार होगा। बच्चे बेहतर तरीके से पढ़ाई करेंगे और दो जून के भोजन भी मिलेगा, मगर यह उम्मीद बेकार साबित होने लगी है। बताती हैं कि बुधवार शाम में पति फोन किए थे और बताया था कि तीन महीने से मजदूरी नहीं मिली है। इससे उन्हें भी वहां खाने-पीने और रहने में परेशानियां हो रही है। मजदूरी नहीं मिलने से रुपए भी नहीं भेज रहे हैं। इससे घर-परिवार चलाने में परेशानी हो रही है। बैजनाथ महतो के बड़ा बेटा कुंदन ने बताया कि वह इसी साल मैट्रिक में फर्स्ट डिवीजन से पास किया है। प्लस टू हाई स्कूल में एडमिशन कराने के बाद हजारीबाग में रहकर कोचिंग करने की इच्छा थी, मगर रुपए के अभाव में उनकी इच्छा पूरी नहीं हो रही है। दुबई में फंसे महेंद्र महतो के परिजनों का भी कुछ ऐसा ही हाल है। उनकी पत्नी कौशल्या देवी बताती हैं कि तीन महीने हो गए उनके पति एक रुपए भी नहीं भेजा है। मिट्टी का घर गिरा जा रहा है। पैसे के अभाव में उसकी मरम्मत तक नहीं करा पा रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई - लिखाई में भी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि जो मजदूरी बकाया है उसका भुगतान होना चाहिए और उनकी सकुशल वापसी होनी चाहिए। उन्होंने सरकार से इस दिशा में पहल किए जाने की मांग की है। इधर महेंद्र महतो के दुबई में फंसे होने की खबर से उसकी बूढ़ी मां भी चिंतित रह रही हैं। मां ने अपने बेटे की सकुशल वापसी की मांग की है। बता दें कि झारखंड के 15 मजदूर दुबई में फंसे हुए हैं। इसमें बगोदर प्रखंड के भी दो मजदूर शामिल हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें