पूरे दिन बारिश की लगी रही झड़ी, सड़कें लबालब
गिरिडीह और बेंगाबाद में बुधवार सुबह से बारिश का सिलसिला जारी रहा। बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है, जिससे यातायात और बिजली की व्यवस्था चरमरा गई है। कई सड़कों पर जलजमाव से आवागमन में कठिनाई हो रही...

गिरिडीह, प्रतिनिधि। गिरिडीह में बुधवार की सुबह से शुरु हुई बारिश का सिलसिला पूरे दिन जारी रहा। पिछले दो दिन के बाद बुधवार को अच्छी बारिश हुई। दिनभर कहीं मूसलाधार तो कभी हल्की बारिश होती रही। हालांकि पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। मामूली धूप खिली भी तो वह बादल के आगे छुप गई। बारिश ने शहर और गांवों की परेशानी बढ़ा दी है। यातायात पर भी प्रभाव पड़ा है। शहर की लगभग सड़कों पर पानी भरे हैं। झंडा मैदान, स्टेशन रोड, अलकापुरी, चंदौरी रोड की सड़कें कई दिनों से जलभराव से उभर नहीं पाई है। ऐसे में आवागमन में लोगों को परेशानी हो रही है।
बारिश के बाद उमस से लोग बेहद परेशान रहे। बुधवार को पूरे दिन तक करीब 14 मिलीमीटर बारिश हुई है। बेंगाबाद, प्रतिनिधि। बेंगाबाद प्रखंड क्षेत्र में बुधवार सुबह से रूक रूक कर बारिश हुई। बारिश के कारण जन जीवन पर असर पड़ा है। वहीं मुख्य सड़कों से लेकर गांव जोड़ने वाली बदहाल सड़कों पर जल जमाव के कारण यातायात व्यवस्था चरमराने लगी है। इसमें बेंगाबाद चतरो मुख्य सड़क और पारडीह बदवारा मुख्य सड़क की स्थिति सबसे भयावह बनी हुई है। बेंगाबाद बजार के मुख्य सड़क पर जलजमाव के कारण घर से निकलना लोगों को मुश्किल साबित हो रहा है। इधर भाजपा नेता महैंद्र प्रसाद वर्मा ने पथ निर्माण विभाग को चेताया है। कहा कि बेंगाबाद चतरो मुख्य सड़क की अविलंब मरम्मत नहीं हुई तो वेलोग छोटकी खरगडीहा के पास सड़क पर उतरेंगे। यह अंतिम अल्टीमेट है। वहीं पारडीह बदवारा सड़क का एग्रीमेंट होने के बाद भी संवेदक द्वारा कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। आरईओ विभाग की संवेदहीनता के कारण पारडीह बदवारा सड़क पर चलना लोगों को दूभर साबित हो रहा है।प्रखंड क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण खेती बारी के कार्य पर इसका व्यापक असर पड़ा है। किसानों की मानें तो आषाढ़ माह पंद्रह दिन गुजर गया है और आद्रा नक्षत्र पड़ गया है लेकिन प्रखंड क्षेत्र के शत प्रतिशत किसान खेतों मे धान के बीज नहीं लगाए गए हैं। खेत पानी से भरे पड़े हैं। इस परिस्थिति में खेत में धान बीज के खराब होने का भय किसानों को सता रहा है। जिससे खेती बारी का काम काज ठप पड़ गया है। लगातार बारिश के कारण क्षेत्र में बिजली व्यवस्था भी लड़खड़ा गई है। बिजली की आंख मिचौली से लोग त्रस्त हैं। बारिश के कारण लोगों को नियमित बिजली नहीं मिल रही है। घंटों तक बिजली गायब रहती है। बिजली की हो रही लगातार कटौती से आम लोगों में भारी रोष है। बिजली की आंख मिचौली से शाम ढ़लते ही संबंधित फीडरों से बिजली गायब हो जाती है। जिससे क्षेत्र के लोग ब्लैक आउट का दंश झेलने को विवश है। आधा दर्जन ढहे पुराने व कच्चे मकान : झारखंडधाम, प्रतिनिधि। लगातार हो रही बारिश से गरीबों के कच्चे मकानों पर मानो शामत आ गई। पुराने और जर्जर कच्चे मकान ढह रहे हैं। लगातार बारिश से कच्चे मकानों की दीवारों में सीलन लग जाती है। दीवार भींगने से और नींव के पास पानी जमने से मकान की दीवारें बैठ जा रही है जिससे घर छप्पर सहित ढहकर जमींदोज हो रहे हैं। विभिन्न गांवों में एक सप्ताह में तकरीबन आधे दर्जन कच्चे मकान ढह गए। हालांकि वही मकान ढह रहे हैं जो पुराने, जर्जर एवं बेमरम्मत हैं। लेकिन यदि मौसम का यही मिजाज रहा तो एक दो दिनों में अच्छे मकान भी ढह सकते हैं। कच्चे पथों की कचूमर निकलने लगी है। गांवों की गलियों में बारिश का पानी जमने से दोपहिया वाहनों को भी निकालने में फजीहत का सामना करना पड़ता है। कई जगह रस्ते में कीचड़ है जिसपर वाहनों को गुजारते समय पूरा ख्याल रखना पड़ता है कि दलदल में कहीं फंस न जाएं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।