आउटसोर्सिंग कर्मियों पर करे ईएसएमए की कार्रवाई: सीएस
गिरिडीह में आउटसोर्सिंग कर्मियों के कार्यबहिष्कार के बीच, जिला स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। सिविल सर्जन ने संबंधित कंपनियों को कर्मियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक सप्ताह का समय...

गिरिडीह, प्रतिनिधि। आउटसोर्सिंग कर्मियों के चल रहे कार्यबहिष्कार के बीच मंगलवार को जिला स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। सिविल सर्जन डॉ. शिव प्रसाद मिश्रा ने मंगलवार को सम्बंधित कंपनी बालाजी डिटेक्टिव फोर्स और शिवा प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड को कड़ी हिदायत देकर कर्मियों की समस्याओं को नियमानुसार समाधान करने को कहा है। यह भी निर्देश दिया गया है कि एक सप्ताह के अंदर इसे सुनिश्चित करें और इसकी सूचना अद्योहस्ताक्षरी को भी दें। निर्देशित किया है कि इसके अतिरिक्त धरना, प्रदर्शन, हड़ताल एवं आवश्यक सेवा बाधित करनेवाले कर्मियों पर एसेंशियल सर्विसेज मेनटेनेंस एक्ट (ईएसएमए) 1981 के आलोक में नियमानुसार आश्वयक कार्रवाई करें।
धरना, प्रदर्शन और हड़ताल के लिए प्रेरित करनेवाले कर्मियों को एसेंशियल सर्विसेज मेनटेनेंस एक्ट 1981 की कंडिका-04 (ए एवं बी) के आलोक में भी कार्रवाई सुनिश्चित करें। कहा कि 23 जून से अस्पताल परिसर में आउटसोर्स के आधार पर कार्यरत कर्मियों में से 20 से 25 की संख्या में कर्मी पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक कतिपय मांगों को लेकर धरना पर रहते हैं। कर्मियों के द्वारा बार-बार धरने पर रहने से विभाग की छवि धूमिल होती है और इलाज हेतु आनेवाले मरीजों पर इसका विपरित प्रभाव पड़ता है।
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