मांदर शिल्प में डिजाइन विकास कार्यशाला प्रशिक्षण का हुआ उद्घाटन
दुमका जिले में वस्त्र मंत्रालय के अंतर्गत 30 हस्तशिल्पियों के लिए मांदर शिल्प में डिजाइन विकास कार्यशाला का उद्घाटन किया गया। जिला उद्यमी समन्वयक ने इसे झारखंड की सांस्कृतिक पहचान और शिल्पकारों की...

दुमका, प्रतिनिधि। दुमका जिले में वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के तहत विकास आयुक्त हस्तशिल्प नई दिल्ली देवघर कार्यालय द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 30 हस्तशिल्पियों के लिए मांदर शिल्प में डिजाइन विकास कार्यशाला प्रशिक्षण का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए जिला उद्यमी समन्वयक विनय रंजन ने कहा कि कार्यशाला झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित रखने एवं शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कहा कि मांदर झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और संताल समाज में धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रमुखता से बजाया जाता है।
इस कार्यशाला का उद्देश्य न केवल मांदर शिल्पकारों को प्रशिक्षित करना है, बल्कि 10 नवीन डिजाइनों का विकास कर मांदर की बाजारी संभावनाओं को भी बढ़ाना है। कार्यशाला में हस्तशिल्पियों को निफ्ट प्रशिक्षित डिजाइनर रामसे टुडू एवं मास्टर क्रॉफ्टपर्सन बबलू रविदास द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। एक माह चलने वाले इस कार्यशाला में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात हस्तशिल्पियों को कुल 7500 रुपए स्टाइपेंड के रूप में दिए जाएंगे। कार्यशाला का संचालन श्रेया संस्था, दुमका द्वारा किया जा रहा है और कार्यक्रम का संचालन श्रेया संस्था की सचिव सुसारी सोरेन द्वारा किया गया। मौके पर मौसमी, नेहा सिंह, कार्यक्रम समन्वयक बेबी देवी एवं बॉबी देवी, अशोक कुमार, नीलम कुमारी के साथ 30 हस्तशिल्पी मौजूद रहे।
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