फहीम खान के करीबी रिश्तेदार की हत्या की फिराक में थे शूटर
धनबाद में वासेपुर के गैंगस्टर फहीम खान के रिश्तेदार की हत्या की योजना को पुलिस ने नाकाम किया। प्रिंस और गोपी खान ने शूटरों को धनबाद बुलाया था, लेकिन पुलिस की सक्रियता से वे पकड़े गए। आरोपियों के पास...

धनबाद, मुख्य संवाददाता वासेपुर के गैंगस्टर फहीम खान के करीबी रिश्तेदार और गोविंदपुर के एक कारोबारी कुख्यात प्रिंस खान और उसके भाई गोपी खान के निशाने पर थे। गोपी और प्रिंस ने फहीम के उस रिश्तेदार की हत्या के लिए शूटरों को धनबाद बुलाया था। शूटर दोनों टारगेट के पीछे लगे थे, इसी बीच वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस सक्रिय नहीं होती तो धनबाद का एक बार फिर रक्तरंजित होना तय था। प्रिंस और गोपी ने चक्रधरपुर सिमिदिरी के हाशिम को शूटरों के इंतजाम की जिम्मेवारी सौंपी थी। हाशिम ने चक्रधरपुर निवासी पीर मोहम्मद उर्फ गबरू, मानगो के अजय कांडेयांग, खरसावां के बबलू कांडेयांग, पिंटू लोहार और एहसान अंसारी को धनबाद बुलाया था।
चारों को टारगेट की हत्या के लिए एक-एक लाख रुपए देने का वादा किया गया था। शूटरों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि मार्च और अप्रैल महीने में भी शूटर टारगेट की हत्या के लिए धनबाद आए थे, लेकिन उस समय वह कोलकाता चला गया था, इसलिए शूटरों को वापस लौटना पड़ा था। फहीम का रिश्तेदार बरकीद में वापस लौटा तो फिर से शूटरों को धनबाद बुलाया गया। वासेपुर निशात नगर निवासी जमीन कारोबारी तनवीर आलम ने हाशिम और शूटरों को बरवाअड्डा के कुर्मीडीह में एक किराए के मकान में ठहराया था। गोपी खान के आदेश पर अमन सोसाइटी का सैफ अली उर्फ मुन्ना खान शूटरों को हथियार और चोरी की बाइक मुहैया करा रहा था। हाशिम, मुन्ना और तनवीर प्रिंस और गोपी खान से व्हाट्सएप कॉल के जरिए सीधे तौर पर जुड़े हुए थे जबकि निशात नगर के सरवर को शूटरों को खाना पहुंचाने के लिए रखा गया था। --- गोपी का साला रितिक ने हाशिम को गैंग से जोड़ा हाशिम को गोपी खान का फरार साला रितिक ने गैंग से जोड़ा। 2018 में गोपी खान को चाईबासा जेल शिफ्ट किया गया था। वहीं उसकी दोस्ती हाशिम से हुई थी। शहाबुद्दीन की हत्या में भी हाशिम ने मुख्य भूमिका निभाई थी। जेल भेजे गए बबलू कांडेयांग भी बबलू की हत्या में शामिल था। उसी ने हत्या के दौरान शहाबुद्दीन को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया था। उसका वीडियो सीसीटीवी फुटेज में भी कैद है। -- चाईबासा के कमलदेव की हत्या में था हाशिम शूटरों को धनबाद बुलाने वाले हाशिम का आपराधिक इतिहास रहा है। 12 नवंबर 2022 को चाईबासा के भारत भवन चौक में सौंडिक धर्मशाला चाईबासा निवासी गिरिराज सेना के प्रमुख सह युवा हिंदू नेता कमलदेव गिरि की हत्या हुई थी। हाशिम की उस कांड में भी गिरफ्तारी हुई थी। उससे पहले भी वह जेल जा चुका है। -- तीन पिस्टल, दो कट्टा और 27 गोलियां बरामद पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन पिस्टल, दो कट्टा, 27 गोलियों के अलावा चार बाइक, छह मोबाइल जब्त किए हैं। मोबाइल में प्रिंस और गोपी से बातचीत के सबूत मिले हैं। -- मुन्ना जमीन खरीदने-बेचने वालों की देता था जानकारी पुलिस को जानकारी मिली है कि मुन्ना और तनवीर धनबाद में जमीन खरीब-बिक्री करने वालों की सूचना और मोबाइल नंबर गोपी खान को देता था। शहाबुद्दीन की हत्या में भी मुन्ना ने रेकी की थी। मुन्ना लंबे समय तक शहाबुद्दीन से जुड़ कर जमीन का भी काम कर चुका है। -- शागिर्दों को सड़क पर कराया गया परेड पुलिस ने प्रिंस खान के शागिर्दों सड़क पर पैदल परेड कराया। हथकड़ी में रस्सा बांध कर कोर्ट मोड़ से जेल गेट तक सबको पैदल मार्च कराते हुए ले जाया गया। पुलिस से बचने के दौरान भागने में घायल दो लोगों को व्हीलचेयर पर बैठा कर जेल तक ले जाया गया। रास्ते भर लोग उन्हें देखते रहे। पिंटू लोहार और एहसान अंसारी को आर्म्स एक्सप्रेस में धनबाद थाना से जबकि बाकी सातों को बरवाअड्डा थाना से नए केस में जेल भेजा गया। -- रंगदारी देने वाले सभी व्यापारी पुलिस की रडार पर एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि प्रिंस गिरोह के मददगारों की पहचान की गई है। गैंग को रंदगारी देने वाले व्यापारियों को भी चिन्हित किया गया है। रंगदारी वसूली में लगे लड़के भी जल्द पकड़े जाएंगे। पुलिस किसी को नहीं छोड़ेगी।
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