एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ : समीरन
धनबाद में, बीसीसीएल ने अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के अवसर पर अनुसूचित जाति और जनजाति के उद्यमियों के लिए एक विशेष विक्रेता विकास कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का उद्देश्य एमएसई को बीसीसीएल की खरीद...

धनबाद, विशेष संवाददाता अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर शुक्रवार को बीसीसीएल ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति उद्यमियों के स्वामित्व वाले एमएसई के लिए कोयलानगर स्थित जुबली हॉल में एक विशेष विक्रेता विकास कार्यक्रम (वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम) का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आरक्षित वर्ग के स्वामित्व वाले सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों (एमएसई) को बीसीसीएल की खरीद प्रणाली में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना था। मौके पर बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने कहा कि एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इसकी प्रगति के बिना देश का विकास संभव नहीं। बीसीसीएल जैसे सार्वजनिक उपक्रमों का दायित्व है कि वह अपने प्रयासों में सामाजिक समावेशन को बढ़ावा दें।
उन्होंने वेंडर विकास कार्यक्रम को न केवल व्यापारिक सहभागिता का बल्कि सामाजिक सशक्तीकरण का भी माध्यम बताया। निदेशक (तकनीकी) संजय कुमार सिंह ने कहा कि गुणवत्ता, समयबद्ध आपूर्ति और प्रतिस्पर्धी सोच के साथ एमएसई उद्यमी बड़ी संस्थाओं की आपूर्ति शृंखला में अपनी मजबूत भागीदारी बना सकते हैं। एनएसएसएचओ की शाखा प्रबंधक किरण मारिया तिरु ने उद्यमिता कौशल, वित्तीय योजनाओं और विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने सिंगल प्वाइंट रजिस्ट्रेशन स्कीम और बैंक ऋण प्रोसेसिंग रिइम्बर्समेंट स्कीम जैसी योजनाओं का उल्लेख किया। एसबीआई के एजीएम कन्हैया कुमार भूषण ने क्रेडिट लिंकेज, एमएसई ऋण, मुद्रा योजना आदि के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) की सहयोगी संस्था एनएसएसएचओ, एसबीआई धनबाद के सहायक महाप्रबंधक कन्हैया कुमार भूषण तथा महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन, बीसीसीएल)/विभागाध्यक्ष (क्रय) पार्थासिस राम, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, एनएसएसएचओ रांची एवं एसबीआई के प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में उद्यमी भी मौजूद रहे।
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