हमारे हमलों ने रोका इजरायल-ईरान युद्ध, ट्रंप का नया दावा; हिरोशिमा-नागासाकी का क्यों दिया उदाहरण
दूसरी तरफ, अमेरिका की एक नयी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी हमले के बाद ईरान का परमाणु कार्यक्रम कुछ महीने पीछे चला गया है लेकिन पूरी तरह से तबाह नहीं हुआ है, जैसा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है।
अक्सर हर चीज का श्रेय लेने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिकी हमलों के कारण ही 12 दिनों से चली आ रही ईरान-इजरायल जंग रुकी है। उन्होंने दोनों देशों के बीच युद्ध रोकने का श्रेय लेते हुए कहा कि जब अमेरिकी बमबर्षकों ने ईरानी परमाणु ठिकानों पर भारी-भरकम बम गिराए, तब यह युद्ध अनिवार्य रूप से बंद हो सका। उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी हमलों की वजह से ही दोनों देशों की शत्रुता पर ब्रेक लग सकी है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों पक्षों को हुए भारी जान-माल के नुकसान का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले दो सप्ताह के हमलों के दौरान ईरान और इजरायल ने बड़े पैमाने पर अपने लोगों को खोया है और संपत्ति की नुकसान उठाई है। उन्होंने ईरान-इजरायल जंग की तुलना विवादास्पद रूप से 1945 में जापान पर अमेरिकी परमाणु हमलों से की, जिसमें जापानी शहर हिरोशिमा और नागासाकी नष्ट हो गए थे।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में पूछे जाने पर ट्रम्प ने कहा कि 12 दिनों के युद्ध के दौरान तेहरान 'नरक से गुजरा'है; और यही वजह है कि अब उसे अपनी परमाणु हथियार महत्वाकांक्षाओं का त्याग करना पड़ा है। नाटो शिखर सम्मेलन में भाग लेने हेग गए ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, "मुझे नहीं लगता कि वे फिर कभी ऐसा कर पाएंगे। वे अपना तेल ले लेंगे, वे अपनी मिसाइलें ले लेंगे और अपनी रक्षा करेंगे... मुझे लगता है कि वे ऐसा कर चुके हैं। वे अभी-अभी नरक से गुजरे हैं। आख़िरी चीज जो वे करना चाहेंगे वह है संवर्धन करना। वे संवर्धन करने की कोशिश कर रहे थे... वैसे, संवर्धन करना कठिन है। उन्होंने ऐसा करने की कोशिश में खरबों डॉलर खर्च किए, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए।"
ट्रंप ने ये भी दावा किया कि अमेरिका और ईरान के बीच अच्छा तालमेल है। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमला करने से यह युद्ध समाप्त हो गया। टर्ंप ने कहा, मैं हिरोशिमा का उदाहरण नहीं देना चाहता, नागासाकी का भी उदाहरण नहीं देना चाहता लेकिन ये ठीक उसी तरह से है। जैसे उन दोनों शहरों पर परमाणु हमले ने द्वितीय विश्व युद्ध खत्म करा दिया था, उसी तरह ईरान के तीन ठिकानों पर अमेरिकी हमले ने ईरान-इजरायल जंग खत्म करवा दिया। बता दें कि 1945 में अमेरिका ने जापान के शहर हिरोशिमा और नागासाकी पर दो परमाणु बम गिराए थे, जिसमें दो लाख स् ज्यादा लोग मारे गए थे। इनमें से अधिकतर नागरिक थे। इस हमले के बाद जापान ने मित्र देशों की सेना के सामने बिना शर्त समर्पण कर दिया था। इससे लंबे समय से चल रहा द्वितीय विश्व युद्ध थम गया था।
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