गाजा में खाने की जगह मौत बांट रहा है अमेरिका, यूएन चीफ बोले- हमारे कार्यकर्ता भी भूखों मरने लगे
यूएन चीफ एंंटोनियो गुटेरस ने कहा कि गाजा में अमेरिका की तरफ से जो राशन बांटा जा रहा है उसके पीछे मंशा ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि खाना देने के महाने फिलिस्तीनियों को मौत बांटी जा रही है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने शुक्रवार को कहा कि गाजा में खाने की जगह अमेरिका मौत बांट रहा है। उन्होंने कहा कि गाजा के लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने का यह पूरा कार्यक्रम बहुत खतरनाक है। इसके जरिए लोगों की हत्या की जा रही है। इजरायल और अमेरिका दोनों ने ही यूएन से इस विवादित गाजा ह्यूमनेटेरियन फाउंडेशन के लिए काम करने को कहा था। हालांकि यूएन ने साफ इनकार कर दिया था।
यूएन ने कहा था कि अमेरिका और इजरायल को पहले न्यूट्रल होकर यह अभियान चलाना चाहिए। गुटेरस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जो भी मानवीय सहायता करने की कोशिश करता है उसका गला घोंट दिया जाता है। सहायता करने वाले कार्यकर्ता खुद भुखमरी का शिकार हो गए हैं। उन्होंने कहा, जब लोग अपने परिवारों की भूख मिटाने की कोशिश करते हैं तो उन्हें बड़ी आसानी से मार दिया जाता है। खाने का मतलब कभी मौत नहीं हो सकता।
गुटेरस ने कहा कि अब गाजा में सीजफायर हो जाना चाहिए। 19 मई को आंशिक रूप से प्रतिबंध हटाए जाने के बाद यूएन को सीमीत रूप से ही खाद्य सामाग्री पहुंचाने को कहा गया है। वहीं राशन लेने के दौरान ही कम से कम 400 फिलिस्तीनियों को मौत के घाट उतार दिया गया।
वहीं जीएचएफ फूड डिलिवरी के लिए प्राइवेट अमेरिकी सिक्योरिटी का इस्तेमाल करती है। इसने 26मई को गाजा में अपना अभियान शुरू किया था। अब तक यह 4.8 करोड़ खुराक खाना बांट चुका है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि गाजा में सहायता के लिए 3 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त राशि को मंजूरी दी गई है। इजरायल और अमेरिका का कहना है कि हमास के लड़ाके यूएन की सहायता सामग्री को चुरा लेते हैं और उसका इस्तेमाल करते हैं।
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