ईरान के निशाने पर हैं अमेरिका के ये एयरबेस, एक कदम से पूरी दुनिया में मच सकता है तहलका
इरान पर अमेरिका के हमले के बाद पूरी दुनिया पर बड़ा संकट मंडराने लगा है। अगर ईरान अमेरिकी एयरबेस को निशाना बनाता है तो यह युद्ध और भी भयंकर हो जाएगा। वहीं अगर ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करता है तो इससे पूरी दुनिया प्रभावित होगी।
ईरान पर हमले के बाद अमेरिका के कई करीबी देश भी उससे बातचीत का रास्ते पर लौटने और तनाव को कम करने की अपील कर रहे हैं। सऊदी अरब ने भी ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों की निंदा की है। वहीं जानकारों का कहा है कि ईरान अमेरिका को जवाब देने का पूरा मन बना चुका है। इजरायल के हमले के बाद जिस तरह ईरान ने ताबड़तोड़ हमले किए थे उसी तरह ईरान अमेरिका के एयर बेस को भी निशाना बना सकता है। ईरान के लिए अमेरिका तक वार करना तो असंभव जैसा है लेकिन वह पड़ोसी देशों के अमेरिकी दूतावासों और सैन्य ठिकानों को आसानी से निशाना बना सकता है।
ईरान के करीब अमेरिका के एयर बेस
कतर में अमेरिका का मध्य एशिया का सबसे बड़ा एयरबेस है। इसका नाम अल उदीद एयरबेस है। ईरान इसे निशाना बना सकता है। इसके अलावा फारस की खाड़ी में अमेरिकी नौसेना का पांचवां बेड़ा तैनात है।
कुद्स नेता कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान ने इराक में अमेरिकी अल असद एयरबेस को निशाना बनाया था। इराक में अमेरिका के हजारों जवानों का सैन्य अड्डा है। इसके अलावा इराक के एरबिल में भी हरीर एयर बेस है। सीरिया में अमेरिका का अल तांफ गैरिसन एयरबेस है। जनवरी 2024 में ईरान समर्थित लड़ाकों ने इस सैन्य ठिकाने के पास हमला किया था जिसमें अमेरिका के तीन जवानों की मौत हो गई गई थी।
कुवैत में अमेरिका का अली अल सलेम एयरबेस है। यह इराक की सीमा से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां बड़ी संख्या में अमेरिकी जवान रहते हैं। इसके अलावा यूएई में अल धाफरा एयरबेस भी अमेरिकी सेना का ठिकाना है। अमेरिका यहां से एफ-22 रैप्टर लड़ाकू विमानोंका संचालन करता है और मध्य पूर्व पर नजर रखता है। इसके अलावा इरान इराक और यूएई जैसे करीबी देशों में अमेरिकी दूतावास को भी निशाना बना सकता है।
ईरान के एक कदम से मच सकता है तहलका
ईरान अगर अमेरिका के एयरबेस को निशाना बनाता है तो यह युद्ध और भी भयंकर हो जाएगा। अमेरिका के हमले के बाद इरान ने मॉस्को से संपर्क साधा है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि यह तीसरे विश्वयुद्ध की आहट है। वहीं अगर ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर देता है तो पूरी दुनिया में तेल और गैस की कमी हो जाएगी। यह तेल मार्ग पूरी दुनिया के लिए बेहद अहम है। अगर यह जलमार्ग बंद हुआ तो पूरी दुनिया परेशान हो जाएगी। इस जलमार्ग पर ईरान का नियंत्रण है। इस रास्ते से दुनिया का 25 फीसदी तेल व्यापार होता है। इसके बंद होने से अमेरिका और भारत पर भी असर पड़ेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।